एमपी के आईपीएस की पसंद 'पोर्टब्लेयर', सावरकर जहां रहे कैद 'सेल्यूलर जेल' भी देखेंगे

एमपी के आईपीएस की पसंद पोर्टब्लेयर, सावरकर जहां रहे कैद सेल्यूलर जेल भी देखेंगे
X
मध्य प्रदेश के आईपीएस अफसरों की पसंद पोर्टब्लेयर है। अंडमान-निकोबार स्थित टापू में छुट्टियां मनाने के लिए डीजीपी सुधीर कुमार सक्सेना से आवेदन किया था। जिसे डीजीपी ने स्वीकार कर दिया है। दो आईपीएस अधिकारी परिवार के साथ छुट्टी मनाने के लिए जाएंगे। पिछले एक साल में दर्जन भर से ज्यादा अफसर पोर्ट ब्लेयर जा चुके हैं।

भोपाल - मध्य प्रदेश के आईपीएस अफसरों की पसंद पोर्टब्लेयर है। अंडमान-निकोबार स्थित टापू में छुट्टियां मनाने के लिए डीजीपी सुधीर कुमार सक्सेना से आवेदन किया था। जिसे डीजीपी ने स्वीकार कर दिया है। दो आईपीएस अधिकारी परिवार के साथ छुट्टी मनाने के लिए जाएंगे। पिछले एक साल में दर्जन भर से ज्यादा अफसर पोर्ट ब्लेयर जा चुके हैं।

इनमें आईएएस और आईपीएस अधिकारी शामिल है। खास बात है कि पोर्ट ब्लेयर में सिर्फ दो ही पर्यटन के लिए जाना जाता है। पहला स्कूबा डाइविंग और दूसरा सेल्यूलर जेल है। इसका काफी पुराना इतिहास है। यहां अंग्रेजी हुकूमत ने वीर सावरकर को सालों तक कैद रखा था। इस जेल का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री सहित कई दिग्जग नेता निरीक्षण कर चुके हैं। सूत्रों ने बताया कि पीएचक्यू में पदस्थ पुलिस सुधार शाखा के आईजी अशोक गोयल ने 12 दिनों के अवकाश के लिए आवेदन किया था लेकिन डीजीपी ने 10 दिनों की छुट्टी दी है। गोयल पत्नी पूनम गोयल के साथ 26 नवंबर से 11 नवंबर तक टूर पर रहेंगे। इसके अलावा एडीजी वरुण कपूर भी पोर्ट ब्लेयर जाने के लिए 19 दिनों की छुट्टी मांगी थी मगर उन्हें भी 10 दिनों की ही लीव मिली है। एडीजी कपूर पत्नी और बेटा-बेटी के साथ वैकेशन पर रहेंगे। एडीजी की जगह पर एडिशनल चार्ज कमांडेंट ओम प्रकाश त्रिपाठी को दिया जाएगा।

38 आईपीएस ने भी मांगी छुट्टी

- इधर, सीनियर अफसरों को छुट्टी की अनुमति मिलते ही जूनियर आईपीएस ने भी आवेदन कर दिया। पीएचक्यू के पास 38 आईपीएस के आवेदन मिले हैं। जिसमें एडिशनल एसपी, कमांडेंट स्तर के सबसे ज्यादा अधिकारी है। बता दें कि पिछले दो सालों में अफसर कोरोना के चलते छुट्टी पर नहीं गए थे लेकिन अब सामान्य स्थिति होने के बाद छुट्टियों की प्लानिंग कर रहे हैं। खास बात है कि नवबंर, दिसंबर से ज्यादा नए साल में छुट्टी के लिए आवेदन पीएचक्यू पहुंचे हैं।

मेटरनिटी लीव पर निवेदिता

- वहीं मेटरनिटी लीव पर आईपीएस निवेदिता गुप्ता रहेंगी। राज्य सरकार ने 45 दिन की मेटरनिटी लीव के लिए अनुमति दी है। निवेदिता गुप्ता की छुट्टी के जाने के बाद महेश चंद्र जैन को जिम्मेदारी सौंपी गई है। छुट्टी से जाने से पहले निवेदिता गुप्ता के पास एसपी रेल इंदौर की कमान थी। छुट्टी से पास आने के बाद जैन रिलीव होंगे और निवेदिता एसपी रेल होंगी।

Tags

Next Story