NEP: भोपाल के प्रो.आशुतोष कुमार सिंह बोले, NEP से 20 मिलियन स्कूली बच्चों को मुख्यधारा में लाएंगे

Bhopal: राजधानी स्थित भारतीय सूचना प्रौद्यौगिकी संस्थान ट्रिपल आईटी भोपाल के निदेशक प्रो. आशुतोष कुमार सिंह ने नई शिक्षा नीति पर अपने विचार व्यक्त किए हैं। उन्होंने नई शिक्षा नीति 2020 पर फोकस करते हुए कहा कि अब नई नीति के अनुसार सरकार शिक्षा पर सकल घरेलू उत्पाद का 6 प्रतिशत खर्च करेगी, जो पहले केवल 1.7 प्रतिशत था। ऐसा 28 वर्षों के बाद हो रहा है।
निदेशक प्रो. आशुतोष कुमार सिंह ने कहा कि न्यू एजुकेशन पॉलिसी (NEP) के तहत 2030 तक स्कूली शिक्षा में प्री-स्कूल लेवल (Pre School) से माध्यमिक स्तर (secondary level) तक शिक्षा के सार्वभौमिकरण को प्राप्त करना है। इससे ओपन स्कूलिंग प्रणाली के माध्यम से करीब 20 मिलियन स्कूली बच्चों को मुख्यधारा में वापस लाने की उम्मीद है। नई नीति मौजूदा 10+2 प्रणाली को 3-8, 8-11, 11-14 और 14-18 वर्ष की आयु के अनुरूप नई 5+3+3+4 संरचना से प्रतिस्थापित करती है। नई प्रणाली में 12 साल की स्कूली शिक्षा के साथ तीन साल की आंगनवाड़ी अथवा प्री-स्कूलिंग होगी। हर छात्र को कम से कम एक व्यवसाय सीखना होगा।
व्यावसायिक शिक्षा कक्षा 6 से शुरू की जाएगी
नई नीति 2030 तक शिक्षण के लिए न्यूनतम डिग्री योग्यता यानी 4 वर्षीय एकीकृत डी.एड. भी पेश करेगी। डिग्री शैक्षणिक धाराओं के बीच कोई कठोर अलगाव नहीं है, और व्यावसायिक शिक्षा इंटर्नशिप के साथ कक्षा 6 से शुरू की जाएगी। नीति का महत्वपूर्ण पहलू यह है कि राज्यों को व्यावसायिक प्रशिक्षण चुनने की जिम्मेदारी दी गई है। उदाहरण के लिए, बिहार राज्य बाट प्रबंधन या खनन को व्यावसायिक प्रशिक्षण के रूप में शुरू कर सकता है। इंटर्नशिप को अनिवार्य करने के लिए 6-8 ग्रेड के लिए 10 दिवसीय बैगलेस अवधि शुरू की गई है जिसे 6-12 ग्रेड के दौरान आगे भी जारी रखा जा सकता है। इस प्रकार नई शिक्षा नीति शिक्षा के नए आयामों को छूने का सामर्थ्य रखती है।
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