मोबाइल गेम की उधारी के लिए नाबालिग की हत्या, अपहरण की कहानी बनाकर दोस्तों ने मांगी फिरौती

नागदा(उज्जैन)। ऑनलाइन मोबाइल गेम का नशा बच्चों में इस कदर हो गया है कि वे रुपयों के लेनदेन को लेकर जुर्म करने में भी गुरेज करते नजर नहीं आ रहे हैं। कुछ ऐसा ही मामला उज्जैन जिले के नागदा में घटित हुआ है, जहां दो दोस्तों ने आपस में मोबाइल गेम की उधारी को लेकर अपने दोस्त की गला दबाकर हत्या कर दी। हत्या के जुर्म को छुपाने के लिए परिजनों को नाबालिग के अपहरण करने की कहानी बनाकर एक लाख की फिरौती मांग की गई। सुबह तक मांग पूरी नहीं होने पर नाबालिग लड़के की हत्या करने की कहानी बनाकर घटना को अंजाम देना चाहा।
पूरा मामला नागदा थाना क्षेत्र के बेरछा रोड पर रहने वाले 17 साल के नाबालिग रितेश गुर्जर वाडिया के अपहरण और हत्या का मामला सामने आया है। रितेश गुर्जरवाडिया के पड़ोस में रहने वाले 19 साल के सत्यम ने मोबाइल गेम की ₹5000 रूपये की उधारी की लेन-देन को लेकर विवाद के बाद रितेश की हत्या कर दी गई। हत्या को छुपाने के लिए सत्यम ने रितेश के पिता राधेश्याम को फोन लगाकर एक लाख की फिरौती की मांग की गई। राधेश्याम पेशे से ट्रक ड्राइवर हैं।
सत्यम के पिता ने फोन कॉल को मजाक समझ कर गंभीरता से नहीं लिया लेकिन परंतु उनके घर पर पहुंचने के बाद भी बेटे के घर नहीं पहुंचने पर पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई। पुलिस ने रितेश को ढूंढना शुरू किया। मामला गंभीर होने से उज्जैन एसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ल एवं एडिशनल एसपी आकाश भूरिया भी मौके पर पहुंचे। प्रारंभिक रूप में सत्यम से पूछताछ करने पर स्पष्ट जानकारी नहीं मिली और वह बयान बार-बार बदलने लगा तब शंका जाहिर करते हुए पुलिस ने सख्ती की और सत्यम ने अपना जुर्म कबूल किया।
सत्यम ने बताया कि उसके मोबाइल गेम के 5000 रुपए की उधारी को लेकर उसके और रितेश के बीच विवाद हुआ था, जिसके बाद उसे बीसीआई खंडार में फोटो खींचने के बहाने ले जाकर गला दबाकर हत्या कर दी एवं पहचान छुपाने के लिए उसके मुंह पर एसिड भी डाल दिया। हत्या छुपाने के लिए घर पर फिरौती का फोन लगाकर 1लाख रुपए की मांग की थी।
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