पचमढ़ी में युवक की डूबने से मौत, अस्पताल से पूरा स्टाफ नदारद

पचमढ़ी। पर्यटक स्थल पचमढ़ी में एक दुखद घटना सामने आई है। पचमढ़ी के अप्सरा विहार फॉल कुंड में डूबने से एक 18 वर्षीय युवक की मृत्यु हो गयी। युवक का पूरा परिवार पचमढ़ी भ्रमण के लिए आये हुए थे। घटना की सूचना पुलिस को दी गई फिर पुलिस बल ने स्टाफ एवं गोताखोरों की सहायता से 2 घंटों की मेहनत के बाद मृत शरीर को पानी से बाहर निकाला।
युवक का नाम 18 वर्षीय युवक अथर्व सर्वेकर पिता अभय सर्वेकर है। अथर्व कक्षा 12 के छात्र थे एवं सैनिक स्कूल हनुमानगढ़ राजस्थान से अपनी पढ़ाई कर रहे थे। पिता अभय सर्वेकर जो कि नारखेड़ा आगर से हैं अपने परिवार के साथ पचमढ़ी भ्रमण के लिए 2 जुलाई से पचमढ़ी आये हुए थे। पूरा परिवार इंदौर में रह रहा था और समय व्यतीत करने के लिये पचमढ़ी आया हुआ था।
लगभग 12:30 पर सभी अप्सरा विहार पहुंचे। क़रीबन 1 बजे अथर्व की नहाने के दौरान कुंड में डूबने से मौत हो गयी। मौके पर लगभग 15 पर्यटक नहा रहे थे कुछ ने बचाने का प्रयास भी किया, लेकिन सभी प्रयास विफल रहे। पुलिस बल एवं वन विभाग को घटना की सूचना दी गयी। पुलिस बल ने स्टाफ एवं गोताखोरों की सहायता से 2 घंटों की मेहनत के बाद मृत शरीर को पानी से बाहर निकाला।
मृतक शरीर को जब पचमढ़ी स्वास्थ सेवा केंद्र ने ले जाया गया तो परिवार एकदम भौचक्का रह गया। अस्पताल में एक भी कर्मचारी मौजूद नहीं था। अस्पताल का मुख्य द्वार भी बन्द था। परिवार सदमे में था और बेटे की जान बचाने के लिए वे लोग गुहार लगते रहे कि कोई तो ऑक्सीजन सिलेंडर प्रदान कर दे लेकिन स्टाफ के नाम पर कोई भी मौजूद नहीं था। हालांकि डॉक्टर को सूचना देने पर तुरंत डॉक्टर अस्पताल में मौजूद हुये लेकिन स्टाफ नदारद ही रहा।
अथर्व की बहन अदिति सर्वेकर द्वारा बताया गया कि भाई अथर्व सर्वेकर एक अच्छा तैराक था। भाई सैनिक स्कूल में कक्षा 12 का छात्र था और पूर्णतः फिट था। नहाते-नहाते अचानक भाई पानी में कैसे डूबा किसी को पता ही नहीं चला। पुलिस विभाग से बहुत सहयोग मिला लेकिन स्वास्थ सेवा के नाम पर यहां कुछ भी नहीं है।
थाना प्रभारी पचमढ़ी हेमंत श्रीवास्तव द्वारा घटना की पुष्टि की गई और बताया गया कि घटना करीब 1 बजे की रही जब 18 वर्षीय अथर्व जो इंदौर से आये थे, उनकी अप्सरा विहार कुंड में डूबने से मौत हुई है। पुलिस बल के कांस्टेबल अतुल शर्मा, देवेन्द्र एवं अन्य स्टाफ द्वारा मृत शरीर ढूंढने के कठिन कार्य किया गया।
उमेश मारू (वन परिछेत्र अधिकारी वन विभाग) द्वारा बताया गया कि घटना स्थल पर वन विभाग का एक कर्मचारी हमेशा रहता है एवं रविवार की भीड़ के कारण 2 कर्मचारी तैनात थे। सुरक्षा कर्मियों के द्वारा पर्यटकों को नहाने से लगातार मना किया जा रहा था। मना करने के बावजूद कुछ परिवार कुंड में नहा रहे थे, जिसके कारण ये घटना हुई। वन विभाग के कर्मियों द्वारा पोलिस बल के साथ मिलकर सारा ऑपरेशन किया गया है।
परिवार के साथ अगर गाइड होता तो बच सकती थी जान
पचमढ़ी भ्रमण के लिए क़रीबन 400 जिप्सियां मौजूद हैं। वन विभाग द्वारा पचमढ़ी भ्रमण के किये जिप्सी गाड़ी के साथ एक गाइड मुहैया कराया जाता है लेकिन फिलहाल वन विभाग के पास मात्र 75 के करीब गाइड मौजूद हैं। कुछ 50 गाइडों की भर्ती भी गयी है लेकिन उनको अभी तक कार्य पर नहीं रखा गया है। पर्यटकों के साथ हम भूमिका निभाते हुए गाइड पर्यटकों को खरतरनाक जगह से आगाह करते रहते हैं साथ ही किसी भी अप्रिय घटना आते ही जान बचाने में ये गाइड सक्षम रहते हैं।
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