समान नागरिक संहिता के समर्थन मे आए पं. प्रदीप मिश्रा ,बोले एक देश एक कानून हो

सीहोर। इस समय पूरे देश में समान नागरिक संहिता की चर्चा हर तरफ हो रही है । अब समान नागरिक संहिता पर मध्य प्रदेश के अंतर्राष्ट्रीय कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा का भी रूख सामने आया है । प्रदीप मिश्रा ने समान नागरिक संहिता का समर्थन किया है। कथा वाचक ने यूसीसी पर कहा है कि एक देश एक कानून होना चाहिए। सभी धर्मों के अनुयायी एक कालीन पर बैठेंगे तो देश में सुख-समृद्धि आएगी।
क्या आया बयान
पंडित प्रदीप मिश्रा ने समान नागरिक संहिता को समर्थन दिया है और कहा है कि एक देश एक कानून होना चाहिए। इस ओर शासन-प्रशासन को ध्यान भी देना चाहिए। इस पर आगे मिश्रा ने कहा कि हम सभी सनातन धर्म को मानने वाले हैं, जो भी व्यक्ति जिस भी धर्म का अनुयायी है वो अपने धर्म को दूसरे धर्म से श्रेष्ठ बताता है और फिर विवाद कर अपनी बात मनवाने का प्रयास करता है।
क्या है समान नागरिक संहिता
समान नागरिक संहिता का अर्थ सभी धर्मों के लिए एक कानून की व्यवस्था को लागू करना है । इस समय प्रत्येक धर्म में शादी, तलाक और संपत्तियों के लिए अपने-अपने कानून हैं। यूनिफॉर्म सिविल कोड के लागू होने से सभी धर्मों में रहने वाले लोगों के मामले सिविल नियमों से ही निपटाए जाएंगे। समान नागरिक संहिता का लक्ष्य शादी, तलाक, उत्तराधिकार और संपत्ति का अधिकार से जुड़े कानूनों को सुव्यवस्थित करना होगा।
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