PM Modi in Gwalior: सिंधिया स्कूल में लगी ‘मोदी सर’ की क्लास विद्यार्थियों को नौ विषयों पर दिया ‘होमवर्क’

PM Modi in Gwalior: सिंधिया स्कूल में लगी ‘मोदी सर’ की क्लास विद्यार्थियों  को नौ विषयों पर दिया ‘होमवर्क’
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पीएम नरेंद्र मोदी ने शनिवार शाम ग्वालियर में सिंधिया स्कूल के 125वें संस्थापक दिवस समारोह के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित किया।

ग्वालियर। पीएम नरेंद्र मोदी ने शनिवार शाम ग्वालियर में सिंधिया स्कूल के 125वें संस्थापक दिवस समारोह के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित किया। सिंधिया स्कूल की स्थापना 1897 में हुई थी और यह ऐतिहासिक किले के ऊपर स्थित है। इस दौरान सिंधिया स्कूल को दुल्हन की तरह सजाया गया। इस मौके पर राज्यपाल मंगूभाई पटेल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, नरेंद्र सिंह तोमर और जितेंद्र सिंह उपस्थित थे। पीएम मोदी ने छात्र-छात्राओं को संबोधित किया। आखिर में किसी स्कूल टीचर की तरह ही प्रधानमंत्री ने कार्यक्रम में मौजूद बच्चों को 9 टॉपिक का ‘होमवर्क’ दे दिया।

नमो भारत ट्रेनें देख रहा है

इन विषयों में शािमल थे- जल सुरक्षा के लिए जागरूकता अभियान चलाना। डिजिटल भुगतान के बारे में जागरूकता पैदा करना। ग्वालियर को भारत का सबसे स्वच्छ शहर बनाने का प्रयास करना। मेड इन इंडिया उत्पादों को बढ़ावा देना और वोकल फॉर लोकल का दृष्टिकोण अपनाना। विदेश जाने से पहले देश के भीतर यात्रा करें। क्षेत्रीय किसानों के बीच प्राकृतिक खेती के बारे में जागरूकता पैदा करें। रोज के खाने में मोटा अनाज यानी श्रीअन्न शामिल करें। खेल, योग या किसी भी प्रकार की फिटनेस को लाइफस्टाइल का हिस्सा बनाएं। कम से कम एक गरीब परिवार की मदद करें। प्रधानमंत्री मोदी ने इस मौके पर छात्रों से लीक से हटकर सोचने के लिए कहा। इस दौरान पीएम ने केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के पिता दिवगंत पूर्व केंद्रीय मंत्री माधवराव सिंधिया को भी याद किया। छात्रों को याद दिलाया कि कैसे पूर्व रेल मंत्री माधवराव ने शताब्दी ट्रेनें शुरू कराई थीं, उस दौरान जैसी पहल तीन दशकों तक दोहराई नहीं गई थी और अब देश वंदे भारत और नमो भारत ट्रेनें देख रहा है।

प्रधानमंत्री ने एक स्मारक डाक टिकट भी जारी किया

पीएम मोदी ने स्वराज के संकल्पों के आधार पर सिंधिया स्कूल के सदनों के नाम पर प्रकाश डाला और कहा कि यह प्रेरणा का बहुत बड़ा स्रोत है। उन्होंने शिवाजी हाउस, महाद जी हाउस, राणो जी हाउस, दत्ता जी हाउस, कानरखेड हाउस, नीमा जी हाउस और माधव हाउस का उल्लेख करते हुए कहा कि यह सप्त ऋषियों की ताकत की तरह है। सिंधिया स्कूल में कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने स्कूल में बहुउद्देशीय खेल परिसर की आधारशिला रखी और प्रतिष्ठित पूर्व छात्रों और शीर्ष उपलब्धि हासिल करने वालों को स्कूल के वार्षिक पुरस्कार प्रदान किए। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने एक स्मारक डाक टिकट भी जारी किया।

पूरे विश्व में भारत की धाक जमी

आज भारत सफलता की जिस ऊंचाई पर है, वह अभूतपूर्व है और पूरे विश्व में भारत की धाक जमी हुई है। 23 अगस्त को भारत चंद्रमा पर वहां पहुंचा, जहां अब तक कोई देश नहीं पहुंच पाया था।ग्वालियर की ये धरती पीढ़ियों को प्रेरित करने वाली है। ग्वालियर से मेरा विशेष नाता है, एक तो में काशी का सांसद हूं और काशी का संरक्षण करने में सिंधिया परिवार की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। आज काशी का विकास हो रहा है, उसे देखकर गंगाबाई और महाराज माधोराव की आत्मा प्रसन्न हो रही होगी।ग्वालियर से मेरा दूसरा नाता है, ज्योतिरादित्य सिंधिया हमारे गुजरात के दामाद हैं। इसलिए मेरा उनसे दूसरा रिश्ता है। मेरा गांव गायकबाड़ स्टेट का गांव था और उन्होंने पहला प्राथमिक स्कूल बनवाया था, उसमें मैंने मुफ्त में शिक्षा ग्रहण की थी।

मेरे पास काम-काम की इतनी बड़ी लिस्ट है कि पूरी रात बीत जाएगी

पीएम ने कहा कि कहा कि 60 साल से डिमांड हो रही थी की जम्मू-कश्मीर से धारा-370 हटाई जाए, ये काम हमारी सरकार ने किया है। दशकों से मुस्लिम महिलाएं तीन तलाक कानून बनाने की डिमांड कर रही हैं, वह हमने किया। मेरे पास काम-काम की इतनी बड़ी लिस्ट है कि पूरी रात बीत जाएगी। अभी जी-20 में कैसे भारत का परचम लहराया, यह सबने देखा है ग्वालियर में तो एयरफोर्स का सबसे बड़ा बेस है, आज भारत के लिए कुछ भी असंभव नहीं है।

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