जबलपुर में तीन दिनी मंथन में देश भर के विशेषज्ञों का प्रजेंटेशन आज से, जानिए किस मुद्दे पर हो रहा डिस्कशन

भोपाल। देश भर में बिजली की बढ़ती मांग व आपूर्ति के बीच के अंतर को देखते हुए मप्र सरकार की जिम्मेदारी बढ़ गई है। इसे लेकर जबलपुर में बड़ी बैठक आयोजित की जा रही है। मप्र की समस्त विद्युत कंपनियों के अभियंताओं एवं कार्मिकों के आत्म-निरीक्षण पर केन्द्रित तीन दिवसीय 'मंथन-2022'का आयोजन जबलपुर के तरंग प्रेक्षागृह में 5 से 7 मई तक किया गया है। ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर मंथन-2022 का उद्घाटन 5 मई को सुबह 10 बजे करेंगे और मैदानी अमले से भी संवाद करेंगे।
इस मौके पर प्रमुख सचिव ऊर्जा संजय दुबे, सचिव ऊर्जा एवं एमपी पावर मैनेजमेंट कंपनी के प्रबंध संचालक विवेक पोरवाल, विद्युत कंपनियों के प्रबंध संचालक, देश के विद्युत क्षेत्र के विशेषज्ञ, प्रदेश की 6 विद्युत कंपनियों के मुख्य अभियंता से ले कर तकनीकी स्तर तक के कार्मिक हिस्सा लेंगे। मध्यप्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी को मंथन-2022 के लिए नोडल एजेंसी बनाया गया है।
देश के विख्यात विशेषज्ञ देंगे प्रस्तुतिकरण
तीन दिवसीय आयोजन में देश के विद्युत क्षेत्र के विशेषज्ञ प्रस्तुतिकरण देंगे। केन्द्रीय विद्युत मंत्रालय के सचिव आलोक कुमार, महाराष्ट्र स्टेट इलेक्ट्रिसिटी डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के डायरेक्टर त्रिपुरा डिस्काम के पूर्व एमडी एमएस काले, एनटीपीसी के एजीएम बीबी पाधी, विश्व बैंक की सुश्री सुरभि गोयल, पावर सिस्ट्म ऑपरेशन कार्पोरेशन के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर वी. बालाजी, पावर ग्रिड कार्पोरेशन ऑफ इंडिया के डीजीएम सीपी अवस्थी, सीईएससी कोलकाता के शांतनु सेन, इंडिया स्मार्ट ग्रिड फोरम एवं ग्लोबल स्मार्ट ग्रिड फेडरेशन के चेयरमेन रेजी पिल्लई, पीडब्ल्यूसी सामितोष मोहपात्रा, एमआईटी के स्टीफन, एनएलडीसी के समीर सक्सेना, रिन्यू पावर के अभिषेक रंजन, अलफ्रेड मनोहर, हरमनजीत सिंह नेगी अलग-अलग सत्रों में विद्युत संबंधी विषयों पर प्रस्तुतिकरण देंगे।
क्या है मंथन-2022
नए वित्तीय वर्ष की शुरुआत के साथ मंथन-2022 ऊर्जा क्षेत्र में विश्व स्तर पर अपनाई गई सर्वोत्तम प्रथाओं के बारे में क्षेत्र के विशेषज्ञों से आत्म-निरीक्षण करने और सीखने का एक अनूठा अवसर प्रदान करेगा। ऊर्जा क्षेत्र के सफल परिवर्तन में बाधक तत्वों से निपटने के तरीके पर विचार-विमर्श और आपसी संवाद करने का अवसर प्रदान करेगा। 'मंथन-2022' का उद्देश्य ऊर्जा संक्रमण या परिवर्तन की रणनीति बनाने और वित्तीय स्थिरता हासिल करने पर ध्यान केंद्रित करना है। तीन दिनों तक प्रदेश की विद्युत कंपनियों के अभियंता और कार्मिक आत्म-निरीक्षण के दौरान ऊर्जा विशेषज्ञों, अकादमिक एवं प्रेक्टिसनर और आपस में स्वयं सीख कर-'क्या हासिल कर सकते हैं' जैसे मुद्दे पर चिंतन करेंगे। 'मंथन-2022' का शीर्ष उद्देश्य हानियों को कम करना और उपभोक्ताओं की शिकायतों को कम करना है।
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS