भोपाल स्टेशन पर पांच रुपए में शुद्ध पानी वाली मशीनें बंद, यात्री बोतलबंद पानी खरीदने को मजबूर

भोपाल स्टेशन पर पांच रुपए में शुद्ध पानी वाली मशीनें बंद, यात्री बोतलबंद पानी खरीदने को मजबूर
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यह मशीने पिछले तीन सालों से बंद है। इस वजह से यात्रियों को जो शुद्ध पानी 5 रुपये में मिल जाना चाहिए, वह 15 रुपए में खरीदना पड़ रहा है।

भोपाल। इन दिनों अब भोपाल सहित देश के कई हिस्सों में तेज गर्मी होने लगी है। इसमें अधिकांश लोगों की शीतल पानी पीने का मन होता है। खास तौर पर यात्रा के दौरान। लेकिन भोपाल समेत मंडल के सभी प्रमुख स्टेशनों पर लगाई गई वॉटर वेंडिंग मशीनें बंद हैं। यह मशीने पिछले तीन सालों से बंद है। इस वजह से यात्रियों को जो शुद्ध पानी 5 रुपये में मिल जाना चाहिए, वह 15 रुपए में खरीदना पड़ रहा है। राजधानी के प्रमुख भोपाल रेलवे स्टेशन करीब तीन साल पहले छह मशीनें लगाई गई थीं। बाद में इनकी संख्या बढ़ाकर करीब 12 की गई थी। फिर कोरोना संक्रमण के वजह से ट्रेनें बंद होने के कारण इनको बंद कर दिया गया। अब कोरोना संक्रमण का दौर बीत गया है। ट्रेनें भी लगभग सभी चलने लगी है। लेकिन अब तक इन मशीनों को चालू करने की ओर से रेलवे प्रशासन का ध्यान नहीं है। तो वहीं स्टेशन पर लगे कई वाटर कूलर में भी ठंड़ा पानी नहीं आ रहा है। इस वजह से यात्रियों को शुद्ध पानी लेने के लिए परेशान होना पड़ रहा है।

कई मशीने को हटा दिया

भोपाल स्टेशन पर लगी इन मशीनों में कई मशीनों को तो हटा दिया गया है। वर्तमान में एक नंबर प्लेटफार्म पर दो मशीनें, प्लेटफॉर्म 2 व 3 पर तीन मशीनें और प्लेटफॉर्म 6 पर एक मशीन लगी है। ये मशीनें शुद्ध आरओ वाटर उपलब्ध कराती थी। लेकिन अभी बंद हैं। यात्रियों को इन मशीनों से एक लीटर पानी लेने के लिए 5 रुपये का भुगतान करना पड़ता था। जिन यात्रियों के पास बोतल नहीं हो तो उन्हें मशीन आॅपरेटर खाली बोतल भी उपलब्ध कराते हैं।

इसलिए बंद हैं मशीनें

दरअसल पूर्व में यात्रियों का दबाव कम था इस कारण से इन मशीनों को बंद कर दिया गया था। अब तेज गर्मी होने लगी है। लेकिन अब तक मशीनें शुरू नहीं की गई। सूत्रों के अनुसार आईआरसीटीसी द्वारा संचालित इन मशीनों को निची ठेकेदारा द्वारा संचालित किया जाता है। पैसे के कुछ लेकिन व मुनाफा आदि को लेकर वाटर वेंडिंग का संचालन करने वाले ठेकेदारों की कुछ मांगे थी। जोकि आईआरसीटीसी और नहीं मानी गई। इसलिए कुछ ठेकेदारों ने जान-बूझकर मशीनें चालू नहीं की हैं। बताया जाता है कि ठेकेदारों को घाटा हो रहा था। वहीं इस संबंध में रेलवे के अधिकारियों का कहना है कि रेलवे स्टेशन पर वाटर कूलर भी लगे हुए हैं। उनमें भी साफ पानी यात्रियों के लिए उपलब्ध है। आने वाले दिनों में गर्मी में को ध्यान में रखते हुए अन्य उपाय किए जाएंगे।

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