MP News : रतलाम की अनोखी परंपरा... नरक चतुर्दशी पर श्मशान में मनाते हैं दीवाली

रतलाम। दीवाली पर लोग विविध तरह से पूजन करते हैं। इस दिन कई तरह की परंपराएं भी चर्चा का विषय बनती हैं। तरलाम में ऐसी ही दीवाली के एक दिन पहले मनाई जाने वाली अनोखी परंपरा चर्चा का विषय बनी हुई है। दीवाली के एक दिन पहले यहां श्मशान में दीपोत्सव होता है। एक तरफ जहां चिताएं जल रही होती हैं वहीं दूसरी ओर बच्चे-बूढ़े सभी लोग दीप जलाने के साथ आतिशबाजी करते दिखाई देते हैं। ये सभी लोग अपने पूर्वजों को याद करने और दीपदान करने श्मशान में आते हैं।
दरअसल रतलाम जिले के त्रिवेणी मुक्तिधाम में श्मशान में दीवाली मनाए जाने का यह नज़रा देखने को मिलता है। यूं तो श्मशान में जाने से सभी कतराते हैं यै यूं मानो डरते ही हैं। लेकिन इस मुक्तिधाम में दीवाली के एक दिन पहले रूप चतुर्दशी की रात सभी लोग दीपोत्सव मनाते हैं। लोगों में हर्ष और उल्लास देखते ही बनता है।
इस तरह अनोखी दीवाली मनाए जाने का श्रेय प्रेरणा संस्था को जाता है। बताया जाता है कि पांच लोगों द्वारा इस परंपरा की शुरुआत 2006 में की गई थी। तभी से यह परंपरा इसी तरह चली आ रही है। इस संस्था से जुड़े सैकड़ों लोग यहां आकर अपने परिजनों को याद किया करते हैं। पूरे श्मशान में कई सारे दीए जलाए जाते हैं, रंगोली बनाई जाती है। वहीं बच्चों द्वारा पटाखे भी फोड़े जाते हैं। ढोल-बाजों के साथ आतिशबाजी भी इस परंपरा का मुख्य आकर्षण रहता है। कुछ लोगों से शुरू हुई इस परंपरा में अब कई लोग शामिल होने लगे हैं। लगातार बढ़त होती ही जा रही है।
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