शिक्षक भर्ती की चयन सूची में नामों की पुनरावृत्ति जारी, सड़कों पर आए अभ्यर्थी

भोपाल। उच्च एवं माध्यमिक शिक्षक भर्ती की नियोजन प्रक्रिया की चयन सूची में नामों की पुनरावृत्ति बार-बार देखी जा रही है। जिसके विरोध में सोमवार को पात्रता परीक्षा 2018 के उत्तीर्ण अभ्यार्थियों ने स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री इंदरसिंह के बंगले के सामने प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने नामों की पुनरावृत्ति पर रोक लगाकर अन्य शेष पात्र अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र प्रदान करने की मांग की। इससे पहले भी कई बार पात्र अभ्यार्थी राजधानी में विरोध जता चुके हैं। रंजीत गौर, भूपेंद्र कुमार, महेश कुमार, अमित कुमार, राहुल गुफरान खान, जितेंद्र तिवारी, अंजेश बिसेन सहित अन्य पात्र अभ्यर्थियों का कहना है कि हम अच्छी रैंक में होने के बावजूद शिक्षक भर्ती से बाहर हैं। क्योंकि जनजाति कार्य विभाग में पहले से नियुक्त शिक्षकों के नाम ही लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा चयन सूची में बार-बार शामिल किए जा रहे हैं, जबकि यह संयुक्त काउंसलिंग है जिसमें नामों की पुनरावृत्ति नहीं होना चाहिए। अभ्यार्थियों का कहना है कि शिक्षक भर्ती 2018 अभी अधूरी है उसको पदवृद्धि के साथ पहले पूर्ण किया जाए। इसके बाद ही आगामी पात्रता परीक्षा आयोजित की जाए।
मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री, वित्त मंत्री के नाम ज्ञापन सौंपे:
सांकेतिक विरोध प्रदर्शन के साथ मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री, वित्त मंत्री एवं जनजाति कार्य मंत्री सहित लोक शिक्षण संचालनालय के आयुक्त के नाम 7 सूत्रीय मांगों के ज्ञापन-पत्र भी सौंपे गए। इसमें प्रमुख रूप से चयन सूची में नामों की पुनरावृत्ति पर रोक लगाते हुए अन्य पात्र अभ्यर्थियों को चयन सूची में शामिल करने की मांग की। स्थाई शिक्षक भर्ती 2018 के उपेक्षित विषयों जैसे - मातृभाषा हिंदी, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान, उर्दू, कृषि, भूगोल, संस्कृत, समाजशास्त्र एवं इतिहास आदि के रिक्त पदों में वृद्धि कर तृतीय काउंसलिंग शुरू करने की मांग की। प्रथम चरण के ईडब्ल्यूएस वर्ग के उच्च माध्यमिक शिक्षकों के 1,039 सहित अन्य सभी वर्गों के कुल 6,530 रिक्त पदों पर चयन सूची जारी करने की आदि की मांग की गई है।
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