BHOPAL NEWS: भारतीय संस्कृति के नाम पर मप्र के इस मंदिर में भी कपड़ों को लेकर नियम हुए लागू, वीडियो वायरल

भोपाल : मध्यप्रदेश में इन दिनों मंदिर में छोटे कपडे पहनकर प्रवेश करने को लेकर विवाद बढ़ता ही जा रहा है। प्रदेशभर में मंदिर समिति के कार्यकर्ता भारतीय संस्कृति के नाम पर लगातार लोगों को पहनावे का पाठ पढ़ रहे है। हील ही में एक वीडियो राजगढ़ जिले के ज़ीरापुर से सामने आया है। जहां सिद्धेश्वर महादेव मंदिर में छोटे कपडे पहनकर प्रवेश पर रोक लगाने का पोस्टर सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है। जिसमे भक्तों को मर्यादित वस्त्र पहनकर ही मंदिर में प्रवेश देने की बात लिखी है। साथ ही अमर्यादित कपड़े पहनने वालों को प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है।
इन कड़पो पर मंदिर में लगाया गया बैन
बता दें कि महादेव मंदिर में लगे बैनर पोस्टर पर लिखा है कि सभी महिलाए एवं पुरुष, मंदिरों में मर्यादित वस्त्र पहनकर ही आवें। छोटे वस्त्र हाफ पेंट,बरमूडा, मिनी स्कर्ट, नाइट सूट, कटे-फटे जीन्स, फ्रॉक आदि पहनकर आने से अच्छा है आप बाहर से ही दर्शन करने का लाभ प्राप्त करें। हम आशा करते है कि आप भारतीय संस्कृति को बढ़ाने में सुचारू रूप से धारण करने में सहयोग करेंगे।
मंदिर के पुजारी ने पोस्टर को लेकर कही ये बात
इस बारे में मंदिर के पुजारी अनुराग शर्मा से बात की गई तो उन्होंने कहा कि अक्सर हम देखते है कि मंदिरों में महिलाएं व पुरुष अमर्यादित वस्त्र धारण करके आते हैं। कई बार बोलने के बाद भी लोगों पर असर नहीं हुआ, इसलिए यह बोर्ड लगाना पड़ा। हम यह चाहते है कि सिर्फ इसी मंदिर में नहीं बल्कि हर मंदिर में इस तरह के बैनर लगे ताकि हमारी हिन्दू संस्कृति आगे बढ़े।
भोपाल के भी मंदिरों में ड्रेस कोड लागू
महाराष्ट्र, उत्तरप्रदेश और उत्तराखंड के कई मंदिरों में ड्रेस कोड लागू है। इसके बाद अशोकनगर स्थित बालाजी मंदिर में कुछ दिन पहले ड्रेस कोड लागू किया गया। इसके बाद भोपाल के मां वैष्णो धाम आदर्श नव दुर्गा मंदिर में ड्रेस कोड लागू कर दिया गया था। वहीं, आज राजगढ़ जिले के ज़ीरापुर में स्थित सिद्धेश्वर महादेव मंदिर में भी पहवाने को लेकर पोस्टर चिपकाए गए है।
इन 3 प्रसिद्ध मंदिरों में ड्रेस कोड लागू है-
पहला मंदिर हरिद्वार के कनखल में स्थित दक्ष प्रजापति मंदिर है और दूसरा पौड़ी जिले में स्थित नीलकंठ महादेव मंदिर है । तीसरा मंदिर देहरादून में स्थित टपकेश्वर महादेव मंदिर है । जहां पर ड्रेस कोड लागू किया गया है । महानिवर्णी अखाड़े की ओर से महिलाओं व युवतियों से मंदिर में शालीन वस्त्रों में आने की अपील की गई है। महंत ने लड़कियों और महिलाओं से अपने परिवार के सदस्यों के साथ मंदिरों में कम से कम 80 प्रतिशत शरीर ढककर आने की अपील की है। उन्होंने कहा कि दक्षिण भारत और महाराष्ट्र के मंदिरों में यह व्यवस्था पहले से है। अब यहां भी यह व्यवस्था लागू की जा रही है, ताकि मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं को किसी तरह की असुविधा का सामना न करना पड़े। यूपी के कई मंदिरों ने भी ऐसे नियम लागू किए हैं।
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