डॉक्टर के फॉर्म हाउस में हुई लूट का खुलासा, 3 किलो सोना और 2.24 करोड़ नकद के साथ 4 गिरफ्तार

डॉक्टर के फॉर्म हाउस में हुई लूट का खुलासा, 3 किलो सोना और 2.24 करोड़ नकद के साथ 4 गिरफ्तार
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जब श्रवण पाठक ने अपने बेटे संजीव पाठक के साथ आकर शिवपुरवा में रकम रखी थी तब सुरेश केवट ने श्रवण और संजीव की मदद की थी। सुरेश केवट का साढ़ू भाई राजू उर्फ सुरेश दाहिया अक्सर सुरेश केवट के पास आता रहता था, उनकी नजर रकम पर थी। पढ़िए पूरी खबर-

सतना। शहर के नामी डॉक्टर और खनिज कारोबारी के फॉर्म हाउस में हुई लूटपाट की घटना का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। इस सिलसिले में 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों में उस घर का एक नौकर भी शामिल है, जिसे कुछ दिन पहले नौकरी से निकाल दिया गया था। रीवा रेंज के आईजी उमेश जोने ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए पूरी जानकारी दी है। आरोपियों के कब्जे से 3 किलो सोना और दो करोड़ 24 लाख 61 हजार 500 रुपए नगद बरामद कर लिया है। बदमाशों ने 75 लाख रुपए खर्च कर दिए हैं। एक आरोपी अभी भी फरार बताया जा रहा है।

बता दें कि बदमाशों ने मंगलवार और बुधवार की दरमियानी रात कोलगवां थाना क्षेत्र के शिवपुरवा मदरेह गांव में डॉ. राजीव पाठक और उनके खनिज कारोबारी पिता श्रवण पाठक के फार्म हाउस में डाका डाला था और तीन करोड़ रुपए नगद तथा 3 किलो सोना लेकर फरार हो गए थे। इस मामले में पुलिस ने बदमाशों का सुराग देने वालों को 10 हजार रुपए इनाम देने की घोषणा की थी और एसआईटी गठित की गई थी। जांच में जुटी एसआईटी पूर्व खनिज मंत्री बृजेंद्र नाथ पाठक के भाई के फॉर्म हाउस में हुई लूट का खुलासा करने में कामयाब हो गई। सतना पुलिस ने इस कार्रवाई को ऑपरेशन 36 का नाम दिया था। एक आरोपी अभी भी फरार बताया जा रहा है। आरोपियों के कब्जे से लूट का माल भी बरामद कर लिया गया है।

आरोपियों ने लूट के रुपए से दो बाइक खरीदी थी और पकड़े जाने के पहले तक लगभग 75 लाख रुपए खर्च कर डाले। आरोपियों के नाम लूदा वसदेवा उमरिया, अजय दाहिया उमरिया, सुरेश उर्फ राजा दाहिया कटनी तथा सुरेश कटनी बताए गए हैं। एक आरोपी सुदामा अभी भी फरार है।

जानकारी के मुताबिक आरोपी सुरेश केवट पूर्व में पाठक के यहां काम करता था। 19 मार्च को उसने पाठक के यहां काम छोड़ दिया था। उसे यह पता था कि फॉर्म हाउस में रकम और नकद राशि रखी हुई है। नवंबर में जब श्रवण पाठक ने अपने बेटे संजीव पाठक के साथ आकर शिवपुरवा में रकम रखी थी तब सुरेश केवट ने श्रवण और संजीव की मदद की थी। सुरेश केवट का साढ़ू भाई राजू उर्फ सुरेश दाहिया अक्सर सुरेश केवट के पास आता रहता था, उनकी नजर रकम पर थी।

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