सतना : अंधी हत्या का खुलासा, शिकारी के जाल में फंसकर हुई थी सरपंच पुत्र की मौत

सतना : अंधी हत्या का खुलासा, शिकारी के जाल में फंसकर हुई थी सरपंच पुत्र की मौत
X
5 माह बाद घटनास्थल से तकरीबन 10 किलोमीटर दूर नर कंकाल मिला है, जिसकी शिनाख्त के बाद फॉरेंसिक जांच कराई गई। पढ़िए पूरी खबर-

सतना। मध्यप्रदेश के सतना में पुलिस ने पांच माह बाद अंधी हत्या का खुलासा किया है। सतना के सिंहपुर थाना क्षेत्र पहड़िया महतैन गांव के सरपंच पुत्र अचानक लापता हो गया था। 5 माह बाद घटनास्थल से तकरीबन 10 किलोमीटर दूर नर कंकाल मिला है, जिसकी शिनाख्त के बाद फॉरेंसिक जांच कराई गई। जांच में गैर इरादतन हत्या का मामला सामने आया है। पुलिस ने मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनके ऊपर गैर इरादतन हत्या और साक्ष्य मिटाने के प्रयास का मुकदमा कायम कर पुलिस ने जेल भेज दिया गया है।

सिंहपुर थाना पुलिस ने पांच माह पहले पहड़िया महतैन गांव के सरपंच पुत्र के लापता होने पर गुमशुदगी कायम होने के बाद पुलिस ने तलाश शुरू की, लेकिन पुलिस को कोई सुराग नहीं लगा था। बीते 5 माह पूर्व 6 नवंबर की रात पहड़िया महतैन गांव निवासी रमेश देवनाथ अपने घर से किसी काम के लिए निकला था, उसके बाद से वह अचानक लापता हो गया। पुलिस ने गुम इंसान कायम कर तलाश शुरू की लेकिन कोई सुराग नहीं लगा। लंबा वक्त गुजरने के बाद जंगल में एक नर कंकाल मिलने की खबर लगी। पुलिस ने कंकाल के हाथों की अंगूठी और कपड़े से शिनाख्त की तो लापता रमेश की पहचान सामने आई।

कंकाल का सैंपल फॉरेंसिक लैब भेजा गया, जिसमें मौत का कारण करंट से होना सामने आया। फॉरेंसिक लैब रिपोर्ट के बाद पुलिस ने आरोपियों की तलाश शुरू की, जिसमें तीन शिकारी रंजीत दास, इंद्रजीत दास और विजय दास का नाम सामने आया। बताया जा रहा है कि आरोपी जंगली जानवरों का अक्सर करंट का जाल बिछा कर शिकार करते थे। रमेश की मौत भी उसी जाल में हंसकर होना बताया गया। शिकारियों ने रमेश की लाश को घटनास्थल से 10 किलोमीटर दूर जंगल में छिपा दिया था, ताकि मामले को दबाया जा सके, लेकिन आरोपियों की कोशिश नाकाम रही पुलिस ने सभी के ऊपर गैर इरादतन हत्या एवं साक्ष्य छुपाने का मामला दर्ज कर जेल भेज दिया है।

Tags

Next Story