लोकायुक्त : बिजली विभाग का एसई रंगेहाथों गिरफ्तार, गार्डन में महिला एक लाख रुपए लेते ही पहुंची टीम

लोकायुक्त : बिजली विभाग का एसई रंगेहाथों गिरफ्तार, गार्डन में महिला एक लाख रुपए लेते ही पहुंची टीम
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मध्यप्रदेश में लोकायुक्त की टीम इन दिनों सरकारी अधिकारी और कर्मचारियों की रिश्वतखोरी पर तेजी से लगाम लगा रही है। इसी कड़ी में राजधानी के सतपुड़ा भवन में टीम ने बिजली विभाग के एक सुपरिन्टेंडिंग इंजीनियर को रंगेहाथों एक लाख रुपए रिश्वत लेते हुए पकड़ लिया है। पढ़िए पूरी खबर-

भोपाल। राजधानी के सतपुड़ा भवन की तीसरी मंजिल स्थित बिजली अधीक्षण यंत्री एपीएस जादौन के कार्यालय के बाहर कोरोना महामारी से बचने के लिए मास्क को लेकर सख्त निर्देश लिखा हुआ है कि बिना मास्क कार्यालय में प्रवेश वर्जित है। वहां कार्यालय में बिना मास्क के घुसने की बिल्कुल भी अनुमति नहीं है, लेकिन रिश्वत की कोई मनाही नहीं है।

यहां बता दें कि अधीक्षण यंत्री को बुधवार को सतपुड़ा भवन की पार्किंग में 15 लाख रुपए में से 1 लाख रुपए की रिश्वत की प्रथम किस्त लेते भोपाल लोकायुक्त पुलिस ने रंगे हाथ गिरफ्तार किया। महिला आवेदक रिश्वत की राशि लेकर अधीक्षण यंत्री के चेंबर में गर्इं थीं, जहां से वे उन्हें सतपुड़ा भवन की पार्किंग में अपनी कार के पास लाए। फिर काले बैग में काली कमाई 1 लाख रुपए रख ली। इसके बाद इधर-उधर टहलकर जब जाने लगे तो लोकायुक्त टीम ने पकड़ लिया। इस मामले में गुरुवार को जांच जारी रही।

अधीक्षण यंत्री के खिलाफ जांच जारी : लोकायुक्त भोपाल के एसपी मनु व्यास ने गुरुवार को 'हरिभूमि' से चर्चा में कहा कि अधीक्षण यंत्री एपीएस जादौन के खिलाफ जांच जारी है। अधीक्षण यंत्री ने आवेदिका अस्मिता पाठक निवासी 606 टॉवर ग्लोबल हाइट्स सोसाइटी सोहना रोड गुड़गांव, जो दर्श रिन्युअल प्राइवेट लिमिटेड के लिये ऊर्जा सलाहकार का कार्य करती हैं, इनकी कंपनी का सिंगरौली में है। जिसके 25 मेगावाट सौर ऊर्जा प्रोजेक्ट के चार्जिंग व बिजली ठेकेदारी लाइसेंस की स्वीकृति के लिये कुल 15,00,000 रुपये रिश्वत बिजली अधीक्षण यंत्री एपीएस जादौन ने मांगी थी। जिसमें से 1 लाख रुपए की प्रथम किस्त स्वीकार करते समय ट्रैपिंग हुई। एसपी व्यास ने यह ट्रैपिंग लोकायुक्त डीएसपी डॉ सलिल शर्मा व सूर्यकांत अवस्थी से कराई थी।

अहाता में गंदगी भले रखो, पर हमें 4000 रुपए हर महीने चाहिए : इधर नगर निगम भोपाल के एक सफाई दरोगा ने 20 सितंबर को शराब के अहाता में गंदगी को लेकर शराब दुकान संचालक दिनेश त्रिपाठी से 5000 रुपए की रिश्वत ग्रहण की थी। इसने कहा था कि अहाता में गंदगी भले ही रखो, लेकिन हमें 4000 रुपए हर महीने चाहिए, वरना कार्रवाई होगी। इसने गंदगी का चालान काटकर अहाता पर कार्रवाई की धमकी दी थी। भोपाल नगर निगम वार्ड 53 के इस सफाई दरोगा दीपक बाथम को लोकायुक्त एसपी व्यास के निर्देश पर इंस्पेक्टर मयूरी गौर, इंस्पेक्टर नीलम पटवा व इंस्पेक्टर विकास पटेल समेत लोकायुक्त की 9 सदस्यीय टीम ने रंगे हाथ गिरफ्तार किया था।

इस मामले में लोकायुक्त पुलिस भोपाल के एसपी मनु व्यास का कहना है कि सतपुड़ा भवन की पार्किंग में 1 लाख रुपए की रिश्वत लेते पकड़े बिजली अधीक्षण यंत्री एपीएस जादौन व शराब अहाता में गंदगी पर कार्रवाई न करने के एवज में 5000 रुपए की रिश्वत लेते पकड़े सफाई दरोगा दीपक बाथम के खिलाफ जांच जारी है। कार्रवाई चल रही है।

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