शिवराज सिंह चौहान बोले - हां मैं भूखे-नंगे परिवार से हूं

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि हां मैं भूखे-नंगे परिवार से हूं। इसलिए उनके दर्द समझता हूं। बता दें कि ये बात उन्होंने कांग्रेस नेता दिनेश गुर्जर की टिप्पणी पर कही।
दिनेश गुर्जर ने कही थी ये बात
दिनेश गुर्जर ने कहा था कि कमलनाथ भारत के दूसरे सबसे बड़े उद्योगपति हैं। शिवराज सिंह चौहान की तरह वे भूखे-नंगे परिवार से नहीं हैं। शिवराज के पास 5 एकड़ की जमीन थी। अब वो गरीब किसानों का खून पी रहे हैं। इसके बाद उनके पास हजारों एकड़ की जमीन हो गई है।
Kamal Nath is India's no.2 industrialist. Unlike Shivraj, he is not from a starved household. Shivraj had 5 acres of land, now he has thousands of acres as he has been drinking farmers' blood: Congress leader Dinesh Gurjar on Madhya Pradesh CM Shivraj Singh Chouhan (11.10.2020) pic.twitter.com/XudVnOAJuv
— ANI (@ANI) October 12, 2020
शिवराज सिंह चौहान ने दिया जवाब
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हाँ... मैं 'नंगे-भूखे' परिवार से हूँ, इसी लिए उनका दुःख-दर्द समझता हूँ। हाँ...मैं गरीब हूँ इसी लिए गरीब बेटे-बेटियों को मामा बन पढ़ाता हूँ। गरीब हूँ इसी लिए गरीब माँ-बाप की बेटियों का कन्यादान करता हूँ। गरीब हूँ, इसी लिए हर गरीब का दर्द समझता हूँ... प्रदेश को समझता हूँ।
इससे पहले बीजेपी मध्यप्रदेश ने भी किया था ट्वीट
बीजेपी कांग्रेस ने लिखा था कि यही कांग्रेस की मानसिकता है, यही इनकी पीड़ा और यही इनकी सोच। एक 'किसान पुत्र' कैसे किसी 'नामी उद्योगपति' के सामने खड़ा हो सकता है? वो 'किसान पुत्र' जो सिर्फ जनता के आगे झुकता हो, जिसका जीवन ही जनसेवा को समर्पित हो। ग़ुलाम मानसिकता के कांग्रेसियों का असली चेहरा सामने आ गया।
हाँ... मैं 'नंगे-भूखे' परिवार से हूँ, इसी लिए उनका दुःख-दर्द समझता हूँ।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) October 12, 2020
हाँ...मैं गरीब हूँ इसी लिए गरीब बेटे-बेटियों को मामा बन पढ़ाता हूँ।
गरीब हूँ इसी लिए गरीब माँ-बाप की बेटियों का कन्यादान करता हूँ।
गरीब हूँ, इसी लिए हर गरीब का दर्द समझता हूँ... प्रदेश को समझता हूँ। https://t.co/i4nBZGwFS3
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS