MP election 2023 : किसी के यहां शादी, कोई प्रधानमंत्री मिशन से जुड़े, चुनाव ड्यूटी कैंसिल कराने कलेक्टर के पास आवेदन बढ़े

MP election 2023 : किसी के यहां शादी, कोई प्रधानमंत्री मिशन से जुड़े, चुनाव ड्यूटी कैंसिल कराने कलेक्टर के पास आवेदन बढ़े
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सर, मेरी चुनाव में रिजर्व केटगरी में ड्यूटी लगी है, जबकि में प्रधानमंत्री मिशन से जुड़े काम देखता हूं, इसलिए मेरी ड्यूटी हटवा दी जाए। इधर वन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि मेरी साली की शादी है, अगर नहीं गया तो घर में झगड़ा हो जाएगा।

भोपाल। सर, मेरी चुनाव में रिजर्व केटगरी में ड्यूटी लगी है, जबकि में प्रधानमंत्री मिशन से जुड़े काम देखता हूं, इसलिए मेरी ड्यूटी हटवा दी जाए। इधर वन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि मेरी साली की शादी है, अगर नहीं गया तो घर में झगड़ा हो जाएगा। शादी समारोह में शामिल होने के लिए बाहर जाना पड़ेगा। इसलिए चुनाव ड्यूटी हटवा दी जाए। यह बात गुरुवार को कलेक्टोरेट पहुंचे कर्मचारियों ने अफसरों से कही। चुनाव ड्यूटी हटवाने के लिए आ रहे आवेदनों को लेकर अफसरों ने भी जांच शुरु कर दी है। इसमें ऐसे कर्मचारियों को ही चुनाव ड्यूटी से रिलीव किया जाएगा, जो वास्तविक रूप से चुनाव ड्यूटी नहीं कर पाएंगे। चुनाव में डयूटी की जिम्मेदारी अपर कलेक्टर अंकिता धाकरे को दी गई है। चुनाव ड्यूटी कैंसिल कराने के लिए अब तक करीब तीन सौ से अधिक आवेदन आए हैं।

कलेक्टर ने पांच कर्मचारियों को किया निलंबित

कलेक्टर आशीष सिंह ने पांच कर्मचारी, जिनकी ड्यूटी मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय में लगाई गई थी। उनके कार्यस्थल पर अनुपस्थित रहने पर निलंबित करने के निर्देश दिए। इनमें गोपाल प्रसाद शर्मा शीघ्र लेखक नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण, शुभम जाधव सहायक ग्रेड 3 कार्यपालन यंत्री अनुरक्षण भोपाल, अमर यादव भृत्य बरकतुल्ला विश्वविद्यालय, मोहनलाल कश्यप भृत्य कार्यालय प्राचार्य पूर्व प्रशिक्षण एवं रमेश वानखेड़े मप्र भोज मुक्त विश्वविद्यालय शामिल है।

अवकाश पर चल रहे कर्मचारियों में हड़कंप

चुनाव को देखते हुए सरकारी अधिकारी-कर्मचारियों के अवकाश पर रोक लगाने से हड़कंप है। इसमें वह कर्मचारी शामिल हैं, जो बीमार होने की वजह से अवकाश पर हैं या उन्होंने अग्रिम अवकाश ले रखा है। गुरुवार को कई कर्मचारी-अधिकारी बिस्तर से उठकर कलेक्टोरेट पहुंचे और मेडिकल सर्टिफिकेट और रिजर्वेशन टिकट दिखाकर छुट्टी की गुहार लगाई।

बच्चों को गोद में लेकर पहुंची महिलाएं

कई महिलाएं नवजात को गोद में लेकर पहुंची। कई मेडिकल सर्टिफिकेट लेकर ड्यूटी कैंसिल कराने पहुंचे। एक महिला अपना आवेदन लेकर पहुंची कि कोरोना में पति की मृत्यु के बाद छोटे बच्चे की जिम्मेदारी उसके पास है। ड्यूटी निरस्त कराने के लिए अलग-अलग तर्क भी दिए।

वैज्ञानिकों ने मांगी ड्यूटी से राहत

भारतीय मानक ब्यूरो के विभाग प्रमुख स्वयं सहित तीन वैज्ञानिकों की ड्यूटी चुनाव से हटवाने पहुंचे। उन्होंने बताया कि उनका मप्र में एक ही दफ्तर है और उनके स्टाफ को विदेशों में आना जाना पड़ता है। इसलिए उनकी और उनके स्टाफ की डयूटी निरस्त जाए।

वैध कारणों से ही निरस्त होगी ड्यूटी

उप जिला निर्वाचन अधिकारी रविशंकर राय का कहना है कि चुनाव राष्ट्रीय पर्व है, इसमें सभी का योगदान होना चाहिए। सभी लोग चुनावी ड्यूटी कैंसिल कराएंगे तो चुनाव कैसे होगा। वैसे ड्यूटी निरस्त करने के अपने नियम है, जिसमें 60 साल से ऊपर, बीमारी, मानवीय सहित अन्य कारण के आधार पर ड्यूटी निरस्त हो सकती है, लेकिन उसके वाजिब कारण होना चाहिए।

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