Strange tricks: ढोल—ढमाके के साथ निकाली जिंदा आदमी की अर्थी...यह थी वजह

Strange tricks: ढोल—ढमाके के साथ निकाली जिंदा आदमी की अर्थी...यह थी वजह
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इंद्रदेव किसी तरह से तो माने, इसके लिए मंदसौर के लोगों ने एक टोटका किया है। यह टोटका अच्छी बारिश के लिए है। इस टोटके में एक जिंदा आदमी को अर्थी पर लिटाकर बैंड बाजे, ढोल—ढमाकों के साथ प्रमुख मार्गों से अर्थी निकाली गई।

ढोल—ढमाके के साथ निकाली जिंदा आदमी की अर्थी...यह थी वजह

बारिश नहीं होने पर मंदसौर में अजीबोगरीब टोटके

एडिट संजीत धुर्वे

मंदसौर। मप्र के मंदसौर जिले में बारिश के लिए लोग तरह—तरह के जतन कर रहे हैं। मंदिरों में पूजा—पाठ के अलावा कईं तरह के कार्यक्रम और टोटके किए जा रहे हैं। लेकिन आज मंदसौर में कुछ अलग ही और चौकाने वाला कार्यक्रम देखने को मिला। बारिश नहीं होने पर एक जिंदा आदमी को अर्थी पर लिटाकर प्रमुख मार्गों से निकाला गया।

इंद्रदेव को मनाने तरह—तरह के जतन

मंदसौर में बारिश न होने की वजह से फसल सूखने की कगार पर पहुंच गई। इस बीच इंद्रदेव को प्रसन्न करने के लिए लोग तरह-तरह के जतन कर रहे हैं। लेकिन इंद्रदेव रूठे हुए हैं। क्षेत्र में बारिश को लेकर आमजन सहित सबसे अधिक किसान चिंतित हैं। इंद्रदेव को मनाने और अच्छी बारिश की कामना के साथ लोग पूजा—पाठ के साथ ही कई तरह के टोटके भी कर रहे हैं।

लेकर गए श्मशान

इंद्रदेव किसी तरह से तो माने, इसके लिए मंदसौर के लोगों ने एक टोटका किया है। यह टोटका अच्छी बारिश के लिए है। इस टोटके में एक जिंदा आदमी को अर्थी पर लिटाकर बैंड बाजे, ढोल—ढमाकों के साथ प्रमुख मार्गों से अर्थी निकाली गई। अर्थी पर लेटे हुए जिंदा आदमी समाजसेवी चैतन्य सिंह राजपूत हैं, जिनकी अर्थी सजाकर गांधी चौराहे से होते हुए श्मशान पहुंचाया गया।

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