विभागों के बंटवारे पर सस्पेंस जारी, CM शिवराज बोले- अभी और करूंगा वर्क आउट

भोपाल। जो स्थिति मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर थी, लगभग वही मंत्रियों को विभागों के बंटवारे में देखने को मिल रही है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को मंत्रिमंडल विस्तार के लिए तारीख पर तारीख देना पड़ रही थी, अब विभागों के बंटवारे का 'कल' खत्म नहीं हो रहा। उम्मीद थी शिवराज दिल्ली से लौटेंगे और विभागों का बंटवारा हो जाएगा। खुद शिवराज ने पहले भोपाल में यह बात कही थी, इसके बाद दिल्ली में। तीन दिन दिल्ली में रहकर लौटे शिवराज के बयान से विभागों के बंटवारे को लेकर फिर सस्पेंस बढ़ गया।
उन्होंने कहा कि- वे आज मंत्रियों को विभाग नहीं बांट रहे। उन्हें अभी और वर्क आउट करना है। माना जा रहा है कि एक दिन वर्क आउट के बाद शिवराज बुधवार को विभाग बांट देंगे, पर इसकी गारंटी नहीं है। अर्थात, मंत्रिमंडल विस्तार के पांच दिन बाद भी मंत्रियों को और इंतजार करना होगा। विभागों के बंटवारे में देरी की वजह शिवराज एवं ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच महत्वपूर्ण विभागों को लेकर चल रही खींचतान को बताया जा रहा है।
सिंधिया को ज्यादा तवज्जो दे रहा नेतृत्व
शिवराज के दिल्ली से खाली हाथ लौटने से साफ है कि भाजपा नेतृत्व ज्योतिरादित्य सिंधिया को ज्यादा तवज्जो दे रहा है। दरअसल, सिंधिया महत्वपूर्ण विभाग वाणिज्यिक कर, महिला एवं बाल विकास, परिवहन, ऊर्जा, उद्योग एवं जलसंसाधन आदि अपने मंत्रियों के लिए चाहते हैं, शिवराज भी इन्हें छोड़ने तैयार नहीं। यह विभाग वे अपने विश्वस्तों को देना चाहते हैं। लिहाजा, सूची पार्टी नेतृत्व ने अपने पास रख ली। शिवराज ने दिल्ली में अमित शाह, ज्योतिरादित्य सिंधिया एवं नरेंद्र सिंह तोमर सहित सभी प्रमुख नेताओं से मुलाकात की। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से वे तीन बार मिले। लौटते समय जरूर अमित शाह एवं सिंधिया से उनकी मुलाकात नहीं हो सकी।
सिंधिया ने नेतृत्व को बता दी अपनी मंशा
ज्योतिरादित्य सिंधिया अपनी स्थिति पहले से साफ कर चल रहे हैं। खबर है कि भाजपा की सरकार बनने से पहले विभागों को लेकर भी काफी हद तक बात हो गई थी। सिंधिया ने एक बार फिर अपनी बात भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष को बता दी है। इसके बाद ही हाईकमान ने विभागों की सूची अपने पास रख ली है। जिन विभागों को लेकर विवाद है, नेतृत्व ने प्रदेश संगठन से इस बारे में राय ली है। शिवराज के आने से पहले सिंधिया सोमवार को देर रात प्रदेश प्रभारी विनय सहस्त्रबुद्धे से उनके आवास पर जाकर मिले और विभागों को लेकर अपनी मंशा बता दी।
नरोत्तम, डंग की वीडी से बंद कमरे में चर्चा
कांग्रेस छोड़ कर भाजपा सरकार में मंत्री बने हरदीप सिंह डंग और गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मंगलवार को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा से बंद कमरे में मुलाकात की है। हालांकि अब तक ये साफ नहीं हो सका है कि इस मुलाकात के मायने क्या हैं। सूत्रों का कहना है कि बातचीत विभागों के बंटवारे पर केंद्रित रही। इसके अलावा मालवा एवं चंबल-ग्वालियर अंचल की विधानसभा सीटों के उप चुनाव की तैयारी पर भी बात हुई।
मौजूदा मंत्रियों के विभाग भी खतरे में
उलझन नए मंत्रियों के विभागों तक सीमित नहीं है, पुराने पांच मंत्रियों के विभागों पर भी खतरा है। नरोत्तम मिश्रा एवं गोविंद सिंह राजपूत के पास दो-दो महत्वपूर्ण विभाग हैं। इनके एक-एक विभाग कम करने पर भी बात चल रही है। ये दोनों मंत्री अपने विभाग नहीं छोड़ना चाहते। अन्य तीन मंत्रियों के विभाग भी बदले जा सकते हैं। शिवराज वर्क आउट के मंथन के बाद कब विभाग बांटते है, इसका इंतजार मंत्री कर रहे और जनता भी।
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