मेले में बिखरी सिंधी व्यंजन की खुशबू, बच्चों ने की घोड़ों और ऊंट की सवारी, झूलों का उठाया लुत्फ

मेले में बिखरी सिंधी व्यंजन की खुशबू, बच्चों ने की घोड़ों और ऊंट की सवारी, झूलों का उठाया लुत्फ
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सिंधी मेला समिति एवं सिंधी साहित्य अकादमी के सहयोग से भोपाल के सुंदरवन गार्डन में दो दिवसीय सिंधी मेले की धूम मची हुई है। मेले में शाम होते ही लोगों की भीड़ दिखाई देने लगी।

भोपाल। सिंधी मेला समिति एवं सिंधी साहित्य अकादमी के सहयोग से भोपाल के सुंदरवन गार्डन में दो दिवसीय सिंधी मेले की धूम मची हुई है। मेले में शाम होते ही लोगों की भीड़ दिखाई देने लगी। एक तरफ बच्चों के मनोरंजन के ऊंट, घोड़ों की सवारी के साथ झूले, तो दूसरी तरफ सिंधी व्यंजन जैसे कड़ी चावल, डोडो चटनी, सेल फुल्का जैसे अनेक सिंधी डिशो का लोगों ने परिवार के साथ लुफ्त उठाया। इसके अलावा मेले में देश की स्वतंत्रता के लिए बलिदान देने वाले बलिदानियों की चित्र प्रदर्शनी प्रदर्शनी में बलिदानियों के अतिरिक्त समाज के विकास में योगदान दने वाले समाजसेवियों को भी प्रदर्शित किया गया। साथ ही मेले में सौम्य पंजवानी (कानपुर) हर्षिल चांदवानी (भीलवाडा) गिरीश कृपलानी (कोटा) के कलाकारों ने सिंधी गीतों की एक से बढ़कर एक प्रस्तुति देकर इस सिंधी मेले की शाम को खुशनुमा बना दिया। इसके अलावा महिलाओं ने चेयर रेस- फन क्युज का आनंद लिया।

सिंधी छेज की दी प्रस्तुति

सिंधी समाज के लोगों द्वारा सिंधी छेज की प्रस्तुति दी गई जो मेले में आकर्षण का केन्द्र रही। इसके साथ ही मेले में रविवार को सिंधी सेंट्रल पंचायत भोपाल द्वारा चेतीचाँद पर निकाली गई शोभा यात्रा में सम्मिलित झांकियों को भी पुरस्कृत किया गया। इस अवसर पर प्रमुख रूप से भगवान दास सबनानी, भगवानदेव इसरानी, मनीष दरयानी, नरेश तलरेजा, हरीश नागदेव, किशोर तनवानी, के. एल दलवानी,सुनील मँगवानी, मोहित शेवानी, कविता इसरानी सहित समाज के लोगहज़ारो की संख्या में उपस्थित हुए थे।

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