विरासतों का संरक्षण और संवर्धन शासन का प्रमुख कार्य

विरासतों का संरक्षण और संवर्धन शासन का प्रमुख कार्य
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इंटेक के संयोजकों का एक दिवसीय सम्मेलन आयोजित

भोपाल। प्रमुख सचिव संस्कृति एवं पर्यटन शिव शेखर शुक्ला ने कहा कि मध्यप्रदेश विरासत की दृष्टि से समृद्ध प्रदेश है। फिर चाहे वह प्राकृतिक विरासत हो या फिर सांस्कृतिक और पुरातात्विक विरासत। सभी विरासतों का संरक्षण और संवर्धन शासन का प्रमुख कार्य है। प्रमुख सचिव शुक्ला होटल पलाश में भारतीय संस्कृति निधि (इंटेक) के संयोजको के एक दिवसीय सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। शुक्ला ने कहा कि पर्यटन और संस्कृति विभाग से इंटीग्रेट करके प्रदेश की पुरातात्विक और सांस्कृतिक विरासतों को संरक्षित कर उन्हें पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जा रहा है। इसके साथ ही प्रदेश की धरोहरों को यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में स्थान दिलाने के लिए विशेष प्रयास किये जा रहे है। सतपुड़ा टाइगर रिजर्व, भेड़ाघाट, मांडू और ओरछा जो संभावित सूची में शामिल है उनका भी डोजियर तैयार कर नियमित सूची में लाने में प्रयास किया जा रहा है।

अडॉप्ट द हेरिटेज की तर्ज पर प्रदेश की विरासत गोद लें

प्रमुख सचिव शुक्ला ने कहा कि हेरिटेज संरक्षण को जन-आंदोलन बनाए जाने की आवश्यकता है। इसी दिशा में कार्य करते हुए भारत सरकार की अडॉप्ट द हेरिटेज की तर्ज पर राज्य सरकार भी आमजन को प्रदेश की विरासतों को गोद लेने और संरक्षित करने के लिए प्रोत्साहित करेगी। इसके साथ ही यूनेस्को की हिस्टोरिक अर्बन लैंडस्केप योजना में ओरछा और ग्वालियर को शामिल किया गया है। इन नगरों में हेरिटेज के संरक्षण और सौंदर्यीकरण को केंद्र में रखकर शहर के विकास की योजना पर कार्य किया जा रहा है।

संपदाओं के अभिलेखीकरण का कार्य पूरा किया जा चुका है

इंटेक के राष्ट्रीय अध्यक्ष मेजर जनरल ललित गुप्ता ने बताया कि मध्यप्रदेश में कई क्षेत्रों में संपदाओं के अभिलेखीकरण का कार्य पूरा किया जा चुका है। बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान में विष्णु प्रतिमा के संरक्षण का कार्य भी इंटेक द्वारा किया जा रहा है। इससे विष्णु प्रतिमा की स्थिति अधिक बेहतर हो जाएगी। इंटेक हेरिटेज एकेडमी के विभिन्न कोर्स के माध्यम से पुरातत्व और पर्यटन विभाग के अमले की क्षमता वृद्धि की जा सकती है।

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