परिजनों ने इस तरह पूरी की विदिशा के हरप्रसाद पंथी की अंतिम इच्छा, मृत्यु के बाद भी लाभ उठा सकेंगे एम्स के मेडिकल छात्र

परिजनों ने इस तरह पूरी की विदिशा के हरप्रसाद पंथी की अंतिम इच्छा, मृत्यु के बाद भी लाभ उठा सकेंगे एम्स के मेडिकल छात्र
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राजधानी के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में 114वां देहदान हुआ। विदिशा के रहने वाले हरप्रसाद पंथी के परिजनों ने उनकी अंतिम इच्छा पूरी की। पंथी की मौत के बाद परिजनों ने उनका पार्थिव शरीर एम्स के एनाटॉमी विभाग के हवाले कर दिया गया। मेडिकल स्टूडेंट उनके शव से शरीर रचना के बारे में जान कर लाभ उठा सकेंगे।

भोपाल। राजधानी के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में 114वां देहदान हुआ। विदिशा के रहने वाले हरप्रसाद पंथी के परिजनों ने उनकी अंतिम इच्छा पूरी की। पंथी की मौत के बाद परिजनों ने उनका पार्थिव शरीर एम्स के एनाटॉमी विभाग के हवाले कर दिया गया। मेडिकल स्टूडेंट उनके शव से शरीर रचना के बारे में जान सकेंगे।

हुआ देहदान समारोह

देहदान समारोह में विदिशा के करीब दो सौ लोग शामिल हुए। परिजनों ने बताया कि उनके पिता की वर्षों से इच्छा थी कि उनके निधन के बाद उनका शव किसी के काम आए। इसलिए उनके निधन के बाद उनका शव एम्स को सौंप दिया गया। बता दें कि सितंबर माह में तीन देहदान हो चुके है। देहदान का सबसे ज्यादा लाभ मेडिकल के विद्यार्थियों को मिलता है। वे शव के ऊपर शरीर विज्ञान संरचना की पढ़ाई करते हैं।

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