MP news : देर रात गिरी कच्चे घर की छत, छोटे बच्चों सहित विकलांग महिला घायल

MP news : देर रात गिरी कच्चे घर की छत, छोटे बच्चों सहित विकलांग महिला घायल
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जिले में एक कच्चे मकान की छत गिरने से पांच लोगों के घायल होन की खबर आ रही है। बताया गया है कि मकान में रात को एक विकलांग महिला अपने परिवार के साथ सो रही थी।

सागर। जिले में एक कच्चे मकान की छत गिरने से पांच लोगों के घायल होन की खबर आ रही है। बताया गया है कि मकान में रात को एक विकलांग महिला अपने परिवार के साथ सो रही थी। घायलों से जब मामले के बारे में पूछताछ की गई तो ज़ख्मी विकलांग कुटी की बात कहते हुए फूट-फूट कर रोने भी लगी। उसने अपनी परेशानियां भी हमारे संवाददाता के सामने कही है। मौके पर किसान नेता इंदर सिंह भी पहुंच चुके थे। साथ ही तहसीलदार ने घायलों के लिए हर संभव मदद का आश्वासन दिया है।

जानकारी के अनुसार भानगढ़ थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत पिपरासर के बूट गांव में देर रात एक कच्चे मकान की छत गिर गई। जिसमें विकलांग महिला अपने परिवार के साथ सो रही थी। देर रात कच्चे मकान की छत गिरने से पूरा परिवार घायल हो गया है जिन्हें रात में ही स्थानीय निवासियों द्वारा सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना में 40 वर्षीय अल्लो बाई, पति मानसिंह, 16 वर्षीय संतोषी, 12 वर्षीय डब्बू राजा, 10 वर्षीय पूजा घायल हो गए जिन्हें देर रात सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां सभी घायलों का उपचार किया जा रहा है। वहीं गंभीर अवस्था के चलते 12 वर्षीय डब्बू राजा को सागर जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया।

घटना ज़ख्मी विकलांग की जुबानी

हादसे में घायल विकलांग अल्लो बाई से मामले के बारे में पूछे जाने पर वे बोलीं हमारा मकान पत्थर का बना था जो हमने चीरा गाढ़ कर बनाया था। उस पत्थर पर भी हमने चीरा ही डाला था। रात करीब 11 बजे पत्थर टूटा और हम लेग सब उसके नीचे दब गए। तब हमने गांव वालों को आवाज लगाई, कुछ ही देर में गांव वालों ने पत्थर हटाया और सभी को बाहर निकाला। इसके बाद वे फूट-फीट कर रोने लगी और बोली हमारा निवेदन है कि पिछले दस साल से हम कुटी मांग रहे सभी लोगों से, मगर किसी ने अभी तक हमारी मदद नहीं की। हमारे पास न जमीन है न ही मकान। रोते हुए वे बोलती रहीं , आप तो भैया जांच कर लें हमारी कमर तक पत्थर था जिसके नीचे हम सभी दबे हुए थे। वो तो भगमान की मेहरबानी से हमारे साथ बड़ दुर्घटना न होकर किसी की जान नहीं गई। हमें दो ऐंबुलेंस में हॉस्पिटल लाया गया है। पुलिस हमारे घर नहीं हॉस्पिटल में ही आई थी।

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