वन विहार बाघ पन्ना को 17वीं बार लिया गया गोद, गोद लेने पर मिलती है इनकम टैक्स में छूट

भोपाल। वन विहार में एक बाघ पन्ना व बाघिन रिद्धी 17वीं गोद लिया गया है। वहीं वन विहार वन्य प्राणियों को गोद लिए जाने को लेकर लगातार लोगों को जागरूक कर रहा है। तो वहीं गोद लेने वाले लोगों को इनकम टैक्स में छूट मिलती है। भोपाल एकमात्र ऐसी राजधानी है जहां इंसानों के नजदीक बाघों ने अपना घर बना लिया है। राजधानी में ही वन विहार नेशनल पार्क है जहां 14 बाघ बाड़े के अंदर जीवन व्यतीत कर रहे हैं। इन्हीं में बाघ पन्ना और बाघिन रिद्धी भी शामिल है। बाघ की आक्रामकता और बाघिन की मासूमियत से पर्यटक तो प्रभावित हैं ही, वन्यप्राणी के प्रति रुचि रखने वाली संस्थाएं भी खुश हैं। यही वजह है कि दोनों को 17वीं बार भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआइ) ने एक वर्ष के लिए गोद लिया है। दोनों की परवरिश और संरक्षण के लिए पार्क प्रबंधन को चार लाख रुपये दिए हैं। यह राशि दोनों पर खर्च की जाएगी। वन्यप्राणियों को गोद लेने के लिए अब तक एसबीआइ 27.75 लाख रुपये पार्क प्रबंधन को दे चुका है। बैंक द्वारा पर्यटकों के लिए भी 30 साइकिल दान की गई हैं। पर्यावरण में कचरा न फैले इसलिए 25 डस्टबिन भी दिए हैं।
बाघ पन्ना का वजन 180 किलो ग्राम
उम्र 12 वर्ष हो चुकी है। वजन 180 किलोग्राम है। रोजाना आठ से नौ किलोग्राम डाइट है। 28 मार्च 2014 को पन्ना से वन विहार लाया गया था। तब उम्र चार वर्ष थी। स्वभाव से आक्रामक है, लेकिन मासूमियत भी झलकती है। इसे पर्यटक बाघिन गंगा के बाजू वाले डिस्प्ले में देख सकते हैं।
बाघिन रिद्धी 2013 में आई थी भोपाल
इंदौर से 28 दिसंबर 2013 को वन विहार में शिफ्ट की गई है। तब उम्र चार वर्ष नौ माह थी। अब 13 वर्ष की हो चुकी है। अभी बाघ पन्ना के बाजू वाले डिस्प्ले बाड़े में रखा है, जहां पर्यटक देख सकते हैं। यह पर्यटकों को एकटक देखकर उनका मन मोह लेती है।
65.37 लाख रुपये दिए
पार्क के डिप्टी डायरेक्टर अशोक कुमार जैन ने बताया कि बाघ पन्ना व बाघिन रिद्धी को गोद लेने के लिए बैंक की तरफ से महाप्रबंधक नेटवर्क-1 एस गिरधर, महाप्रबंधक नेटवर्क-2 संदीप कुमार गुप्ता, महाप्रंधक नेटवक-3 गीता त्रिपाठी, उप महाप्रबंधक एवं मंडल विकास अधिकारी यू दिनेश शानभाग व महिला क्लब की अध्यक्ष आशा मिश्रा ने चार लाख रुपये का चेक दिया है। बैंक ने अब तक 15 वन्यप्राणियों को गोद लेने के लिए 65.37 लाख रुपये का दान किया है।
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