Tomato Price Hike: टमाटर का भाव मत पूछना, लगेगा करंट... 100 के पार पहुंचे दाम

Tomato Price Hike: टमाटर का भाव मत पूछना, लगेगा करंट...  100 के पार पहुंचे दाम
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आमजन की रसोई पर फिर से महंगाई की मार पड़ी है। महंगी होती सब्जियों के बीच टमाटर पहले से ज्यादा लाल हो गया है। मंडी में टमाटर के भाव 100 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गए हैं। हालात ऐसे हो चले हैं कि एक किलो टमाटर खरीदने वाला आधा किलो या पाव भर से ही काम चला रहे हैं।

भोपाल। आमजन की रसोई पर फिर से महंगाई की मार पड़ी है। महंगी होती सब्जियों के बीच टमाटर पहले से ज्यादा लाल हो गया है। मंडी में टमाटर के भाव 100 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गए हैं। हालात ऐसे हो चले हैं कि एक किलो टमाटर खरीदने वाला आधा किलो या पाव भर से ही काम चला रहे हैं। स्थानीय करोंद स्थित थोक सब्जी मंडी के टमाटर व्यापारी राजेंद्र कुमार सैनी के अनुसार मंडी में आपूर्ति के लिहाज से टमाटर की आवक कम होने टमाटर के भाव में यह तेजी आई है। 15 दिन पहले थोक 600 से 700 रुपए कैरेट(24 किलो) बिकने वाला टमाटर 1600 से 1800 रुपए कैरेट के भाव बिका है।

अभी राहत मिलने के आसार नहीं

गौरतलब है कि आम जनता की जेब पर फिर से डाका पड़ने लगा है। पहले ही खाने के तेल से लेकर सभी जरूरी सामान की कीमतें आसमान पर हैं। अब टमाटर की कीमतों में भी आग लग गई है। टमाटर का भाव 100 रुपए प्रति किलो के स्तर पर पहुंच गए है। अत: थोक भाव में भारी तेज होने के कारण फुटकर भाव टमाटर का भाव भी जबरदस्त तेज है। हाट-बाजार और हाथ ठेलों में टमाटर क्वालिटीनुसार 20 से 30 रुपए पाव के भाव बेचा जा रहा है। व्यापारी सैनी के अनुसार अभी राहत मिलने के आसार नहीं हैं। पहले ही गर्मी के कारण टमाटर की फसल को नुकसान पहुंच चुका है। बारिश में भी स्थिति सुधरने वाली नहीं। ऐसे में टमाटर अभी महंगा ही बिकेगा।

आलू-प्याज भी दिखाने लगे ऊंचे भाव के तेवर

खुदरा महंगाई दर भले ही 25 महीने के निचले स्तर पर आ गई हो, लेकिन महंगाई को लेकर चिंताएं अभी भी पूरी तरीके से खत्म नहीं हुई है। टमाटर सहित आलू - प्याज की कीमतें फिर चढ़ गई है। बीस रुपए किलो में मिलने वाले टमाटर अब 80 से 100 रुपए तक में बिक रहा है। तो 20 रुपए किलो का आलू 25 से 30 रुपए किलो बोला जा रहा है तो वहीं 5 से 8 रुपए किलो वाली प्याज क्वालिटीनुसार 15 से 25 रुपए किलो के भाव पर बिक रही है। अनाज व्यापारियों की मानें तो आने वाले समय में सब्जियों के साथ-साथ खाद्यान्न सामग्री के दाम भी आम आदमी के जन जीवन पर विपरीत असर डालेगे। उनका कहना है कि अगर बारिश कम हुई तो चावल, मक्का, ज्वार, बाजरा, मूंगफली, गन्ना, सोयाबीन के साथ हरी सब्जियों का उत्पादन प्रभावित होने की आशंका है। सितंबर से फेस्टिव सीजन आने वाला है। खाद्य चीजों की डिमांड बढ़ेगी। घरेलू डिमांड बढ़ेगी और उत्पादन कमजोर रहा तो संभवत दामों पर दबाव बनेगा।

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