ujjain news: कल निकलेगी बाबा महाकाल की आखिरी सवारी, तैयारियों को लेकर कलेक्टर ने ली बैठक, दस स्वरूप में महादेव देंगे दर्शन

उज्जैन: धार्मिक नगरी उज्जैन में सोमवार को निकल जाने वाली बाबा महाकाल की शाही सवारी की तैयारी शुरू हो चुकी है। हर बार की तरह इस बार भी सवारी में बड़े तादाद में भक्त शामिल होंगे। बता दें कि कल यानि की 11 सितंबर को महाकाल की आखिरी सवारी निकाली जाएग। जिसके चलते भक्तों की भीड़ मंदिर में पहले से अधिक होने की संभावना है। जिसको देखते हुए कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम और पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा ने शनिवार को पुलिस कंट्रोल रूम के सभाकक्ष मे शाही सवारी की व्यवस्थाओं को लेकर बैठक ली। साथ ही कई महत्पूर्ण विषयों पर इस दौरान चर्चा हुई।
श्रावण माह में 8 और भादों में निकली 2 सवारी
11 सितंबर को शाही सवारी अंतिम होगा, इस कारण इस दिन भारी संख्या में भक्त महाकाल की सवारी का आनंद लेने के लिए उज्जैन पहुंचेंगे और बाबा की सवारी में शामिल होकर पूण्य लाभ लेंगे. इसके बाद से भक्त को दोबारा सवारी देखने के लिए फिर एक साल के लिए इंतजार करना होगा। उज्जैन में महाकाल बाबा की इस बार श्रावण माह में 8 और भादों में 2 सवारी निकली।
इन स्वरूपों में महाकाल देंगे भक्तों को दर्शन
बता दें कि अंतिम यात्रा के दौरान बाबा महाकाल 10 स्वरूपों में भक्तों को दर्शन देंगे। इस दौरान रजत पालकी में श्री चन्द्रमौलेश्वर, हाथी पर श्री मनमहेश, गरूड़ रथ पर शिवतांडव, नन्दी रथ पर उमा-महेश और डोल रथ पर होल्कर स्टेट के मुखारविंद, श्री घटाटोप मुखोटा, रथ पर श्री जटाशंकर, श्री रुद्रेश्वर स्वरूप, श्री चन्द्रशेखर स्वरुप व दसवीं सवारी में श्री सप्तधान का मुखारविंद सम्मिलित रहेगा।
इन जगहों से होकर निकलेगी महादेव की सवारी
परंपरा के मुताबिक दोपहर 3:30 बजे महाकाल सभा मंडप में भगवान महादेव की पूजन अर्चन किया जाएगा और इसके बाद सवारी में सवार होकर बाबा महाकाल नगर भ्रमण पर निकलेगी। इस दौरान मंदिर के मुख्य द्वार पर सशस्त्र बलों की टुकड़ी बाबा को गार्ड ऑफ ऑनर देगी। महाकाल चौराहा, गुदरी चौराहा, बक्षी बाजार और कहारवाडी से होती हुई रामघाट पहुंचेगी। जहां शिप्रा नदी के जल से भगवान का अभिषेक और पूजन-अर्चन किया जाएगा। इसके बाद सवारी रामानुज कोट, मोढ की धर्मशाला, कार्तिक चौक खाती का मंदिर, सत्यनारायण मंदिर, ढाबा रोड, टंकी चौराहा, छत्री चौक, गोपाल मंदिर, पटनी बाजार और गुदरी बाजार से होती हुई पुन: श्री महाकालेश्वर मंदिर पहुंचेगी।
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS