Bribe for post mortem : मरने के बाद भी लूटे जा रहे आदिवासी, पोस्टमार्टम के लिए देनी पड़ रही रिश्वत

Bribe for post mortem : मरने के बाद भी लूटे जा रहे आदिवासी, पोस्टमार्टम के लिए देनी पड़ रही रिश्वत
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मरने के बाद भी एक आदिवासी को रिश्वत चुकानी पड़ गई। आदिवासी के परिजनों ने इसकी जानकारी कलेक्टर को भी दी थी। लेकिन फिर भी इनकी समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया गया।

पन्ना। जिले में आदिवासियों के प्रति दुर्व्यवहार और अमानवीयता खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। ऐसा ही एक मामला सामने आया है जिसमें मरने के बाद भी एक आदिवासी को रिश्वत चुकानी पड़ गई। आदिवासी के परिजनों ने इसकी जानकारी कलेक्टर को भी दी थी। लेकिन फिर भी इनकी समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया गया। बिजली गिरने से मरे आदिवासी के पोस्टमार्टम के लिए पिरजनों को रिश्वत देनी ही पड़ी।

जानकारी में सामने आया है कि प्रह्लाद आदिवासी पिता रामकुमार उम्र 28 वर्ष निवासी ग्राम खबरी कल्दा थाना क्षेत्र सलेहा की मृत्यु 8 सितंबर को आकाशीय बिजली गिरने से हो गई थी। जिसे उपचार के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कल्दा लाया गया। यहां उसको मृत घोषित कर दिया। मृत्यु के बाद उसे पोस्टमार्टम कराने के लिए ले जाया गया। जहां पर स्वास्थ्य विभाग की अव्यवस्था का खामियाजा मृतक के परिजनों को भुगतना पड़ा। परिजनों को कल सुबह 9:00 बजे से दोपहर 2:30 बजे तक स्वीपर का इंतजार करना पड़ा। साथ ही₹1500 रिश्वत के तौर पर देने पड़े। मृतक के परिजनों आरोप है कि हमने इस अव्यवस्था की शिकायत पन्ना कलेक्टर हरजिंदर सिंह को मोबाइल के माध्यम से दी लेकिन उनका जवाब यह आया की मैसेज से बात करें। मैसेज में जानकारी दी गई लेकिन उनको किसी भी तरीके की कोई सुविधा नहीं मिली ना ही भ्रष्टाचार के ₹1500 ही छूट मिली।

क्या बोले जिम्मेदार

इस मामले में पोस्टमार्टम में सहयोग करने वाले कथित रूप से बाहरी कर्मचारी रूप लाल बागरी का कहना है कि उसे इस काम के लिए कोई पैसा शासन स्तर पर नहीं मिलता है। उसके पास आने-जाने के लिए गाड़ी में पेट्रोल भी नहीं है इसलिए वह ₹1500 हर पोस्टमार्टम के लिए लेता है। इस कृत्य ने जहां मध्य प्रदेश सरकार की आदिवासियों के प्रति असंवेदनशीलता को उजागर किया है। वही यह भी बात निकाल कर सामने आई है कि आदिवासी क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएं कितनी पढ़ल और भ्रष्टाचार में सनी हुई है। इस मामले में जब पन्ना कलेक्टर से जानकारी ली गई तो उनका कहना था कि मामले की जांच के बाद जनसंपर्क विभाग द्वारा प्रेसनोट जारी किया जाएगा। वहीं जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर वीएस उपाध्याय ने बताया कि बीएमओ सलेहा से नोटिस जारी कर मामले की जानकारी मांगी गई है। जांच के उपरांत कार्रवाई की जाएगी।

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