निषिद्ध क्षेत्रों में खुली शराब दुकानों को बंद कराने, जल्द ही सीएम को लिस्ट सौंपेंगी उमा भारती

निषिद्ध क्षेत्रों में खुली शराब दुकानों को बंद कराने, जल्द ही सीएम को लिस्ट सौंपेंगी उमा भारती
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उमा भारती ने पत्रकारवार्ता में बताया कि एक दिन पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ उनकी चर्चा हुई है। मेरा पूरा फोकस शराबबंदी पर है। इसमें कोई अहंकार की बात नहीं है, कोई नेतृत्व की बात नहीं है। यह सामाजिक बुराई को दूर करने की कोशिश है। मेरे मन में बहुत समय ये यह बात थी, जिसका प्रयास शुरू किया है। मुख्यमंत्री ने मुझसे कहा कि आप अपनी .....

भोपाल। मुख्यमंत्री ( Chief Minister ) शिवराज सिंह चौहान ( Shivraj Singh Chouhan ) द्वारा एक दिन पहले पूर्व सीएम ( Ex. cm ) उमा भारती ( Uma Bharti ) के निवास पर उमा से चर्चा करने के बाद शुक्रवार को उमा भारती ने पत्रकारवार्ता ( Press Conference ) के जरिये उनके शराबबंदी आंदोलन को लेकर जानकारी दी। उमा ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने उनसे आंदोलन से पहले शराबमुक्ति के लिए जनजागरण ( Public awareness ) से शुरूआत करने की बात कही है। चर्चा के दौरान उमा ने मुख्यमंत्री से निषिद्ध क्षेत्रों से शराब दुकानें हटाने का अनुरोध किया है।

उमा भारती ने पत्रकारवार्ता में बताया कि एक दिन पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ उनकी चर्चा हुई है। मेरा पूरा फोकस शराबबंदी पर है। इसमें कोई अहंकार की बात नहीं है, कोई नेतृत्व की बात नहीं है। यह सामाजिक बुराई को दूर करने की कोशिश है। मेरे मन में बहुत समय ये यह बात थी, जिसका प्रयास शुरू किया है। मुख्यमंत्री ने मुझसे कहा कि आप अपनी कोशिश को जागरुकता से शुरू करिये। मैने उनसे कहा कि आप निषिद्ध स्थानों से शराब दुकानें हटाइये। जिस पर सीएम ने उमा से निषिद्ध स्थानों पर दुकानों की सूची मांगी है। उमा ने कहा मेरे पास जो जानकारी आ रही है, सामाजिक प्रतिनिधियों, मीडिया जानकारी एकत्र कर स्थानों को चिन्हित कर सूची सौंपकर शराब दुकानें हटाने का अनुरोध करुंगी।

भोपाल की शराब दुकानें बंद कराने पहुंचेंगी उमा -

उमा भारती ने बताया कि भोपाल में भी किसी भी दिन किसी शराब दुकान के सामने जाएंगी और वहां के रहवासियों से पूछूंगी कि क्या यह दुकान यहां रहना चाहिए या नहीं। वहीं भोपाल के ग्रामीण क्षेत्र गुनगा में शराब दुकान हटाने की उनकी मांग पर क्या कार्रवाई हुई, इस सवाल पर उमा ने कहा कि मैं एक सप्ताह इंतजार करुंगी, फिर इस बारे में पूंछूंगी कि क्या कार्रवाई हुई। उमा भारती ने कहा कि मेरी शराबबंदी की मांग पर कांग्रेस ने भी समर्थन देने की बात कही है, लेकिन इसको सामाजिक आंदोलन के रूप में लेना चाहिए, इसमें राजनीति नहीं होनी चाहिए, न ही यह किसी दल की बात है, यह तो समाज कल्याण के लिए काम है। इसलिए कांग्रेस यह इंतजार न करे कि मैं झंडा लेकर चलूं, तब वो मेरे पीछे आए, उन्हें खुद भी अपने स्तर से प्रयास करना चाहिए।

शिक्षा व स्वास्थ्य के क्षेत्र में सुधार की जरूरत -

पूर्व सीएम उमा भारती ने कहा कि देशभर में विकास कार्य तेजी से हो रहे हैं, लेकिन शिक्षा व स्वास्थ्य के क्षेत्र में अभी और सुधार की जरूरत है। जिससे सरकारी शैक्षणिक संस्थान व अस्पताल निजी संस्थानों के मुकाबले सेवा और सुविधा दे सकें। उमा ने कहा कि गरीबी के मापदंड अब बदल गए हैं, पहले जिसे दोनों वक्त भोजन न मिल सके उसे गरीब कहा जाता था, लेकिन अब अच्छी शिक्षा, अच्छी स्वास्थ्य सुविधा न मिलने को गरीबी में शामिल करना चाहिए।

देशभर में कांग्रेस खत्म हो रही, अब राजस्थान व छग में भी हारेगी -

उमा ने कहा कि उप्र में भाजपा ने जीत दुहराई, मैं प्रचार में गई, लोगों ने भाजपा को समर्थन देने की सहमति दी थी। जिस पर चुनाव परिणाम ने मुहर लगा दी। इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी को बधाई। मैं मोदी को यूपीवाला ही मानती हूं, उन्होंने भी खुद कहा है कि वे यूपी वाले बन गए हैं। उत्तरप्रदेश में सरकार बनने की स्थिति पूरी तरह साफ दिख रही थी, जबकि उत्तराखंड में अनुमान लगाए जा रहे थे, लेकिन वहां भी सरकार बनी। उत्तराखंड में भाजपा सरकार ने विकास के बहुत काम सरकार ने किए थे, जिसका लाभ मिला इसलिए सरकार रिपीट हुई। देशभर में कांग्रेस खत्म हो रही है, आगामी चुनाव में राजस्थान व छग में भी सरकार सत्ता से बाहर होगी। मप्र में भी 2023 में 2003 का रिकार्ड टूट जाएगा।

प्रियंका गांधी घमंडी महिला, मैं उसको लेकर प्रतिक्रिया नहीं दूंगी -

उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस चुनाव प्रचार की कमान संभालने के बावजूद प्रियंका गांधी को सफलता न मिलने और पार्टी की बुरी दशा होने को लेकर पूछे गए सवाल पर उमा ने पुरानी यादें ताजा करते हुए कहा- वर्षों पहले प्रियंका गांधी ने मेरे बारे में बयान दिया था कि उमा भारती उनको लेकर इसलिए बयान देतीं हैं कि वो समाचार पत्रों में छप सकें। जबकि वो कुछ भी नहीं थी, मैं मुख्यमंत्री, केंद्र में मंत्री, भाजपा में महासचिव रह चुकी हूं, फिर भी उसका बयान घमंड से भरा था। तबसे मैं उस मिसेज वाड्रा के बारे में या उसके किसी बयान पर टिप्पणी नहीं करती। मैं नहीं समझती कि उसकी इतनी भी हैसियत है कि उसके बारे में प्रतिक्रिया दी जाए।

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