मुख्यमंत्री शिवराज को क्यों कहना पड़ा, अगर परमानेंट खाईयां पैदा हो गई तो समाज के लिए घातक, समाज को दिया यह संदेश

मुख्यमंत्री शिवराज को क्यों कहना पड़ा, अगर परमानेंट खाईयां पैदा हो गई तो समाज के लिए घातक, समाज को दिया यह संदेश
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हर रोज की तरह सोमवार की सुबह साढ़े 6 बजे भी दो जिलों बड़वानी और राजगढ़ जिलों से चर्चा की थी लेकिन समाज में बढ़ रही वैमनस्यता को लेकर आज वे खास चिंतित नजर आए। उन्होंने कहा कि यदि परमानेंट खाईयां पैदा हो गईं तो समाज के लिए घातक, खतरनाक हैं। यह कहते हुए उन्होंने समाज के साथ सांसदों, विधायकों, अफसरों को एक संदेश दे डाला। शिवराज के इस संदेश को नीमच जिले में एक विकलांग बुजुर्ग की पीट पीट कर की गई हत्या से जोड़कर देखा जा रहा है।

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हर रोज की तरह सोमवार की सुबह साढ़े 6 बजे भी दो जिलों बड़वानी और राजगढ़ जिलों से चर्चा की थी लेकिन समाज में बढ़ रही वैमनस्यता को लेकर आज वे खास चिंतित नजर आए। उन्होंने कहा कि यदि परमानेंट खाईयां पैदा हो गईं तो समाज के लिए घातक, खतरनाक हैं। यह कहते हुए उन्होंने समाज के साथ सांसदों, विधायकों, अफसरों को एक संदेश दे डाला। शिवराज के इस संदेश को नीमच जिले में एक विकलांग बुजुर्ग की पीट पीट कर की गई हत्या से जोड़कर देखा जा रहा है।

सद्भाव और भाईचारा बनाये रखने की अपील

जिलों की बैठक से अलग हटकर मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि समाज को तोड़ने वालों, समुदायों के बीच खाई उत्पन्न करने वालों को विफल करने की जरूरत है। सभी धर्मों और जातियों के लोग हमारे भाई हैं, इनमें किसी प्रकार का भेद नहीं है। कुछ असामाजिक तत्व हैं, जो भ्रम फैला कर समाज को बाँटते हैं, इन्हे पहचाने और इनसे सतर्क रहे, इनके बहकावे में न आए और न किसी को आने दें। दलित, गैर दलित क्यों हो, दलित भी अपने भाई है और गैर दलित भी अपने। उन्होंने कहा कि देखो अपन तो आएंगे और जाएंगे लेकिन समाज तो यही रहने वाला है। इसमें अगर खाई पैदा हो गई तो वह समाज के लिए घातक है।

सोशल अभियान चलना चाहिए

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मेरा केवल इतना कहना है कि एक सोशल अभियान चलना चाहिए। गांव गांव मे जहां ऐसे हालात बनते हैं, बैठकें हो जाना चाहिए ताकि सांप्रदायिक सौहार्द ने बिगड़ने पाए, इस तरह का माहौल न बने। उकसाने वाली भी चीजें नहीं होनी चाहिए। प्रशासन, जनप्रतिनिधि आपसी सद्भाव बनाने दोनों पक्षों के साथ बैठकें करें, समझाएं। अगर थोड़ी सी बातचीत हो जाएगी, समझ जाएंगे लोग और घटनाएं बंद हो जाएगी। उन्होंने कहा कि यह अभियान दलगत राजनीति से ऊपर उठकर चलना चाहिए।

अन्याय न हो यह हमारी ड्यूटी

मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी के साथ अन्याय ना हो यह हमारी ड्यूटी है। ऐसी परिस्थिति भी ना बने जिससे समाज में खाईयां पैदा हों। इसलिए पुलिस के साथ-साथ ऐसे गांव में, मैं विधायक साथियों से भी कहूंगा सांसद जी से भी आग्रह करूंगा, आप समाज की बैठक करें और बात करें। बैठक करके लोगों को समझाएं कि इसमें कोई फायदा नहीं है। जमाना कितना अलग दौर में पहुंच गया है। यदि न संभले तो इस तरह की खाईयां अपने समाज को तोड़ेगी।


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