मुख्यमंत्री शिवराज ने क्यों कहा- मैं भोपाल की सड़कों पर निकलने वाला हूं हाथ ठेला लेकर बच्चों के लिए खिलौने इकट्ठा करने

मुख्यमंत्री शिवराज ने क्यों कहा- मैं भोपाल की सड़कों पर निकलने वाला हूं हाथ ठेला लेकर बच्चों के लिए खिलौने इकट्ठा करने
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मैं भोपाल में निकलने वाला हूं, आंगनबाड़ी के बच्चों के लिए खिलौने इकट्ठा करने हाथ ठेला लेकर।उन्होंने कहा कि लोगों को जोड़ने का यह मेरा मिशन है। हमारे बच्चे कुपोषित क्यों रहे हैं। यह केवल आंगनवाड़ी कार्यकर्ता की ड्यूटी नहीं है कि बच्चों को कुपोषण से मुक्त कर दें। इसके लिए समाज में अवेयरनेस आना जरूरी है।

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मैं भोपाल में निकलने वाला हूं, आंगनबाड़ी के बच्चों के लिए खिलौने इकट्ठा करने हाथ ठेला लेकर।उन्होंने कहा कि लोगों को जोड़ने का यह मेरा मिशन है। हमारे बच्चे कुपोषित क्यों रहे हैं। यह केवल आंगनवाड़ी कार्यकर्ता की ड्यूटी नहीं है कि बच्चों को कुपोषण से मुक्त कर दें। इसके लिए समाज में अवेयरनेस आना जरूरी है।

गेहूं से आंगनबाड़ी भर दी किसानों ने

चौहान ने कहा कि मैंने अपने क्षेत्र में किसानों से आह्वान किया कि फसल आई है, आंगनवाड़ी में कुछ गेहूं दे दो और कई जगह लोगों ने आंगनवाड़ी भर दी। किसी ने 50 किलो, किसी ने 25 किलो कोई कमी ही नहीं रही इतना पोषण आहार आ गया। उन्होंने कहा कि सरकार और पोषण आहार एक पक्ष है लेकिन जनभागीदारी जुटाना और लोगों के मन में यह तड़प पैदा करना कि, हमारे बच्चे कुपोषित नहीं रहेंगे, यह दूसरा पक्ष है।

कई जगह खिलौनों की जरूरत

मुख्यमंत्री ने कहा कि आंगनवाड़ी में जिन चीजों की जरूरत है। कई जगह खिलौनों की भी जरूरत है। मैंने तय किया है कि आज तारीख तय कर रहा हूँ, मैं खुद भोपाल में हाथ ठेला लेकर निकलूंगा। बोलूंगा बच्चों के लिए खिलोने दो। यह अवेयरनेस क्रिएट करके लोगों को जोड़ने का प्रयास है।

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