मकवाना के जाते ही खुली सालों पुरानी भ्रष्टाचार की फाइलें, ताबड़तोड़ होगी कार्रवाई - एडीजी योगेश चौधरी ने सभी जिलों के लोकायुक्त एसपी को किया तलब

भोपाल - स्पेशल डीजी कैलाश मकवाना के तबादले के बाद स्पेशल पुलिस लोकायुक्त में पुरानी फाइलों को फिर से निकाला जा रहा है। सालों पुरानी भ्रष्टाचार की फाइलों की पड़ताल शुरू हो गई है। माना जा रहा है कि नए साल से ताबड़तोड़ कार्रवाई शुरू हो जाएगी। एडीजी योगेश चौधरी ने भी सभी लोकायुक्त एसपी को तलब किया है। उनसे पुरानी शिकायतों के बारे में जानकारी मांगी है। इसके अलावा जांच की पेंडिंग को भी जल्द से जल्द निपटाने के लिए निर्देश दिए हैं।
बता दें कि कुछ दिनों पहले स्पेशल डीजी कैलाश मकवाना को लोकायुक्त से हटाकर पुलिस हाउसिंग कार्पोरेशन का अध्यक्ष बनाया गया है। मकवाना का लोकायुक्त के जस्टिस एनके गुप्ता के साथ विवाद चल रहा था। कई मामलों में लोकायुक्त के निर्देश के बाद भी स्पेशल डीजी ने एक्शन नहीं लिया। आईएएस के खिलाफ भ्रष्टाचार की शिकायत पर एक्शन लेने के बजाय फाइल को बंद कर दिया। जबकि उसी मामले की शिकायत लोकायुक्त से भी की गई थी। इस मामले की जानकारी जस्टिस एनके गुप्ता ने राज्य सरकार को दी। उन्होंने मकवाना को हटाने का अनुरोध किया। जिसके बाद उन्हें हटा दिया गया। अब पुलिस लोकायुक्त को फिर से बूस्ट करने के लिए कवायद एडीजी योगेश चौधरी ने शुरू कर दी है। सूत्रों का कहना है कि आईएएस और आईएफएस के अलावा अन्य अधिकारियों के खिलाफ शिकायतों की जानकारी मांगी गई है। हालांकि यह फैक्ट है कि पिछले कई सालों में लोकायुक्त ने भले ही आईएएस या आईएफएस के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है लेकिन आईपीएस के खिलाफ जांच तक नहीं हुई है। पुलिस महकमे के डीएसपी स्तर से ऊपर रैंक के अधिकारियों के खिलाफ लंबे समय से कोई एक्शन नहीं लिया गया है। बताया जाता है कि आईपीएस ही दूसरे पुलिस अफसरों के खिलाफ शिकायतों पर कार्रवाई नहीं करते हैं। बहरहाल, 2 दर्जन से अधिक अफसरों की शिकायतों की फाइल खुलने के आसार हैं। क्योंकि योगेश चौधरी मुख्यमंत्री के ओएसडी रह चुके हैं। उन्हें पता है कि सीएम के मंशा के अनुसार ही काम करना है। दो महीने पहले सीएम ने भ्रष्टाचारियों के खिलाफ एक्शन लेने के लिए निर्देश दिए थे लेकिन मकवाना के कार्यकाल के दौरान सिर्फघूसखोरी के मामले में ज्यादा कार्रवाई हुई है। हालांकि कुछ मामलों में राजनैतिक हस्तक्षेप के बाद लोकायुक्त कार्रवाई करने के लिए मजबूर भी होना पड़ा है।
वर्जन
- कार्यभार संभालने के बाद लोकायुक्त में काम काज के संबंध में जानकारी मांगी है। आगे रिव्यू के बाद कार्रवाई शुरू होगी। फिलहाल नई जिम्मेदारी के साथ विभाग में कामकाज की समीक्षा की जा रही है। - योगेश चौधरी, एडीजी, लोकायुक्त
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