भगवंत मान मंत्रिमंडल के 10 में से 6 विधायक, डॉक्टर-वकील- इंजीनियर, नौकरी छोड़कर शुरू की राजनीति पहली ही बार में बने मंत्री

भगवंत मान मंत्रिमंडल के 10 में से 6 विधायक, डॉक्टर-वकील- इंजीनियर, नौकरी छोड़कर शुरू की राजनीति पहली ही बार में बने मंत्री
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भगवंत मान के मंत्रिमंडल में शामिल 10 में से 9 मंत्री राजनीति के अखाड़े में पहली बार में विधायक और मंत्री बने हैं। हालांकि राजनीति में आने के लिए कईयों ने अपने प्रोफेशन को छोड़कर करियर को दांव पर लगाया और राजनीति को चुना।

पंजाब में प्रचंड जीत के बाद आप ने सरकार बनाने के साथ ही भगवंत मान को मुख्यमंत्री (CM Bhagwant Mann ) बना दिया है। भगवंत मान के सीएम पद की शपथ लेने के बाद शनिवार को अपने मंत्रिमंडल का विस्तार किया है। मान ने अपने मंत्री मंडल में अच्छे पढ़े लिखों को जगह दी है। यही वजह है कि मान के मंत्रिमंडल में दो डॉक्टर, वकील, इंजीनियर और पूर्व पीसीएस अधिकारी शामिल हैं। जिन्होंने नौकरी छोड़कर राजनीति में एंट्री की और पहली ही बार में विधायक के बाद मंत्री पद संभाल लिया।

भगवंत मान के मंत्रिमंडल में शामिल 10 में से 9 मंत्री राजनीति के अखाड़े में पहली बार में विधायक और मंत्री बने हैं। हालांकि राजनीति में आने के लिए कईयों ने अपने प्रोफेशन को छोड़कर करियर को दांव पर लगाया और राजनीति को चुना। इतना ही नहीं पीसीएस परीक्षा पास कर ईटीओ बने हरभजन और डॉक्टर बलजीत कौर ने अपनी सरकारी नौकरी छोड़कर राजनीति को चुना। दोनों ने आप से चुनाव लड़ा और जीत भी दर्ज की। साथ ही पहली बार मंत्री बनने का मौका मिला।

जानिए मान मंत्रिमंडल में कौन से मंत्री हैं डॉक्टर, इंजीनियर, वकील और पूर्व अधिकारी

भगवंत मान के मंत्रिमंडल में शामिल 10 में से 6 विधायक काफी पढ़े लिखें हैं। इनमें डॉक्टर बलजीत कौर आईसर्जन हैं, जो सरकारी अस्पताल से नौकरी छोड़कर लोगों के लिए सेवा के लिए राजनीति में उतर गई। बलजीत पूर्व सांसद की बेटी हैं। वह नौकरी छोड़कर लोगों का फ्री उपचार करती हैं। इसके साथ ही विजय सिंगला डेंटिस्ट हैं। हरभजन सिंह पीसीएस परीक्षा पास कर ईटीओ बने, लेकिन उन्होंने 2017 में नौकरी छोड़ दी और राजनीति में उतर गये। वहीं मीत हेयर बीटेक यानि इंजीनियर हैं। मीत हेयर ने भी नौकरी छोड़ी और राजनीति में आकर पहली ही बार में विधायक बन मंत्री बन गये। उनके साथ ही हरपाल चीमा और हरजोत बैंस ने बीए एलएलबी की है। यानि दोनों वकील थे। दोनों ने ही वकालत को बाय बाय कर आप को ज्वाइंन किया। दोनों ही नेता विधायक बन पहली ही बार में मंत्री बन गये हैं। वहीं लालजीत भुल्लर और ब्रह्मशंकर जिंपा ने 12वीं तक की पढ़ाई की है। लालचंद कटारूचक्क और कुलदीप धालीवाल 10वीं पास हैं।

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