विधायकों की खरीद-फरोख्त मामला : नोटिस देने हरियाणा और मानेसर गई एसीबी की टीम, नहीं मिले कांग्रेस विधायक

जयपुर। राजस्थान में राजनीतिक रस्सा-कशी का दौर जारी है। राज्य में घमासान के बीच एसीबी की टीम शुक्रवार को कांग्रेस के दो विधायकों को नोटिस देने के लिए हरियाणा के गुरुग्राम और मानेसर स्थित उन तीन होटलों में गई, जहां उनके होने का अंदेशा था, लेकिन विधायक वहां नहीं मिले।
टीम का नेतृत्व पुलिस उपाधीक्षक सालेह मोहम्मद कर रहे थे। उन्होंने कहा कि उनकी टीम को होटलों के अंदर नहीं जाने दिया गया। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने राज्य में अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार को गिराने के लिये किये जा रहे कथित षडयंत्र की बातचीत के तीन ऑडियो क्लिप वायरल होने के बाद 17 जुलाई को सरकार के मुख्य सचेतक की शिकायत पर भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया।
विधायकों की खरीद-फरोख्त मामले में भंवरलाल शर्मा और विश्वेंद्र सिंह को समन तामील करवाने एसीबी की टीम सबसे पहले आईटीसी भारत होटल पहुंची जहां होटल प्रबंधन ने दोनों विधायकों के यहां नहीं होने की जानकारी दी।
उपाधीक्षक सालेह मोहम्मद ने बताया कि हम विधायकों की तलाश में होटल गए थे ताकि अनुसंधान अधिकारी उन्हें नोटिस तामिल करा सकें। दो होटलों में वहां के प्रशासन ने हमें लिखित में दिया कि दोनों विधायक उनके यहां नहीं हैं। वही तीसरे होटल के प्रशासन ने कहा कि होटल बंद है। उन्होंने बताया कि टीम को होटल के अंदर नहीं जाने दिया गया।
ब्यूरो ने कांग्रेस विधायक भंवरलाल शर्मा और विश्वेन्द्र सिंह को नोटिस जारी किये है। दोनों विधायकों को कथित षड्यंत्र में शामिल होने के कारण पार्टी से निलंबित कर दिया गया है। उन्हें ब्यूरो ने जांच के लिये बुलाया था लेकिन दोनों उपस्थित नहीं हुए। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के साथ राजस्थान पुलिस की विशेष शाखा एसओजी ने भी ओडिया टेप के संबंध में दो मामले दर्ज किये है। एसओजी टीम भी गुरूग्राम के एक होटल में सचिन पायलट खेमे के साथ ठहरे बागी विधायकों को ढूंढने का प्रयास कर चुकी है।
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