लापरवाही : कोरोना पॉजिटिव आंगनबाड़ी वर्कर ने आधी रात को सड़क पर दिया बच्चे को जन्म

लापरवाही : कोरोना पॉजिटिव आंगनबाड़ी वर्कर ने आधी रात को सड़क पर दिया बच्चे को जन्म
X
प्रसूता का आरोप है कि 3 दिन पहले जब उसे कोरोना बीमारी के बारे में बताया गया तो उसे कोई दवाई भी नहीं दी गई। इतना ही नहीं जब आधी रात को उसे प्रसव पीड़ा हुई तो गांव की आशा वर्कर बार-बार एम्बुलेंस को बुलाती रही लेकिन उसे एम्बुलेंस भी नहीं दी गई।

हरिभूमि न्यूज. फतेहाबाद (जाखल)

गांव साधनवास की कोरोना पॉजिटिव आंगनवाड़ी वर्कर द्वारा जाखल के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रशासन पर उसका इलाज ना करने व प्रसूति के समय एम्बुलेंस ना भेजने का आरोप लगाया गया है। प्रसूता का आरोप है कि 3 दिन पहले जब उसे कोरोना बीमारी के बारे में बताया गया तो उसे कोई दवाई भी नहीं दी गई। इतना ही नहीं जब आधी रात को उसे प्रसव पीड़ा हुई तो गांव की आशा वर्कर बार-बार एम्बुलेंस को बुलाती रही लेकिन उसे एम्बुलेंस भी नहीं दी गई। इस पर उसके परिवारजन एक प्राइवेट गाड़ी लेकर उसे टोहाना के एक निजी अस्पताल में ले जाने लगे तो गाड़ी भी रास्ते में खराब हो गई। इस पर बीच रास्ते में ही उसने बच्चे को जन्म दे दिया। मामले को लेकर अस्पताल में हड़कंप मचा हुआ है, वहीं अस्पताल प्रशासन के मुताबिक गर्भवती कोरोना पॉजिटिव को यहां पर रखने की गाइडलाइन नहीं है। उसे यहां से रेफर करने के निर्देश है। निर्देशों के अनुसार ही गर्भवती को यहां से रेफर किया गया, वही एम्बुलेस ना भेजे जाने के मामले की अधिकारियों ने जांच करने की बात कही है।

गांव साधनवास की आंगनबाड़ी वर्कर रेखा रानी ने आरोप लगाया कि गर्भवती होने पर 19 मई को जब उसे कोरोना पॉजिटिव बताया गया तो उसने दवाई की मांग की लेकिन उसे दवाई भी नहीं दी गई। उसने कहा कि उसे अस्पताल की ओर से अग्रोहा एवं फतेहाबाद जाने के लिए कह दिया गया। जब फतेहाबाद अस्पताल में बात की तो वहां से भी उसे अग्रोहा जाने की बात कह दी गई। इसके बाद वह अपने घर पर ही आइसोलेट हो गई। उसने बताया कि शनिवार आधी रात को जब उसे प्रसव पीड़ा हुई तो गांव की आशा वर्कर के माध्यम से उन्होंने एम्बुलेंस बुलाकर उसे भर्ती करने के लिए कहा। आरोप है कि आशा वर्कर के एम्बुलेंस मांगे जाने पर भी अस्पताल ने एम्बुलेंस नहीं भेजी। इस पर परिवार के लोग प्राइवेट गाड़ी लेकर उसे अस्पताल ले जाने लगे तो यह गाड़ी भी तलवाड़ा के पास खराब हो गई। इसी दौरान गांव के मेन रोड पर ही उसे प्रसव पीड़ा तेज हो गई। आशा वर्कर की सूचना पर जाखल की एएनएम हरजीत कौर व तलवाड़ी गांव से प्रवीण तलवाड़ा मौके पर पहुंची व उसकी डिलिवरी करवाई, जिससे लड़का पैदा हुआ। रेखा का कहना है कि मामले में साफ तौर पर अस्पताल प्रशासन द्वारा लापरवाही की गई है।

क्या कहते है अधिकारी

इस बारे जाखल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के नोडल अधिकारी डॉ. राजेश क्रांति ने कहा कि किसी भी कोरोना पॉजिटिव गर्भवती महिला को यहां पर रखने की अनुमति नहीं है। विभाग के निर्देशानुसार ही गर्भवती को यहां से रेफर किया गया था। एम्बुलेस ना भेजे जाने के मामले की उन्हें जानकारी नहीं है। अगर ऐसी कोई शिकायत मिलती है तो उसकी जांच की जाएगी। मामले में आशा वर्कर से पूछताछ की जाएगी। जो भी कोई दोषी होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

Tags

Next Story