भ्रष्टाचार के आरोप में फंसे पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण शौरी, सीबीआई कोर्ट ने दिए एफआईआर दर्ज करने के आदेश

जोधपुर। राजस्थान के जोधपुर की एक विशेष केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) अदालत ने बुधवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण शौरी, पूर्व सचिव प्रदीप बैजल और तीन अन्य लोगों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करने का आदेश दिया। स्पेशल सीबीआई कोर्ट के जज पीके शर्मा के जरिए भ्रष्टाचार और धोखाधड़ी के मामले में अरुण शौरी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया गया है। राजस्थान के जोधपुर में स्पेशल सीबीआई कोर्ट के जज पीके शर्मा ने अरुण शौरी के खिलाफ एक्शन लिया है। अरुण शौरी के खिलाफ भ्रष्टाचार और धोखाधड़ी के मामले में मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया है। दरअसल, शौरी पर सरकार द्वारा संचालित होटल की बिक्री में कथित भ्रष्टाचार का मामला सामने आया था, जिसके बाद उनके खिलाफ एफआईआर का आदेश दिया है।
होटल की बिक्री में भ्रष्टाचार का मामला आया था सामने
मामला राजस्थान में उदयपुर के लक्ष्मी विलास पैलेस होटल से जुड़ा है। दरअसल शौरी पर सरकार द्वारा संचालित होटल की बिक्री में कथित भ्रष्टाचार का मामला सामने आया था, जिसके बाद उनके खिलाफ एफआईआर का आदेश दिया गया है। ये ममला राजस्थान में उदयपुर के लक्ष्मी विलास पैलेस होटल का है। उदयपुर जिला कलेक्टर को होटल को तुरंत कब्जे में लेने के लिए आदेश दिए गए हैं। अरुण शौरी पर 252 करोड़ रुपये के होटल का साढ़े सात करोड़ रुपये में विनिवेश करने का आरोप है। अरुण शौरी पर 252 करोड़ रुपये के होटल का साढ़े सात करोड़ रुपये में विनिवेश करने का आरोप है। वहीं उदयपुर जिला कलेक्टर को होटल को तुरंत कब्जे में लेने के लिए आदेश दिए गए हैं।
अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली तत्कालीन सरकार में थे मंत्री
बता दें कि बीजेपी के पूर्व राज्यसभा सांसद अरुण शौरी 1999-2004 के दौरान पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली तत्कालीन सरकार में केंद्रीय संचार, सूचना प्रौद्योगिकी एवं विनिवेश मंत्री थे। रेमन मैग्सेसे पुरस्कार से सम्मानित शौरी ने 1967- 1978 के दौरान विश्व बैंक के साथ एक अर्थशास्त्री के रूप में भी काम किया है।
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