'बेटे की मौत के बाद से ही हमें जीने का मन नहीं' लिख परिवार के चार सदस्यों ने फांसी लगाकर की आत्महत्या

बेटे की मौत के बाद से ही हमें जीने का मन नहीं लिख परिवार के चार सदस्यों ने फांसी लगाकर की आत्महत्या
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करीब पांच माह पूर्व अपने बेटे की मौत से अवसाद में चल रहे एक परिवार ने घर में ही फांसी लगाकर कथित तौर पर आत्महत्या कर ली। उन्होंने बताया कि बेटे की मौत के बाद से ही पूरा परिवार अवसाद में था।

जयपुर। राजस्थान के सीकर जिले के उद्योग नगर थाना क्षेत्र में बेटे की मौत से अवसाद में चल रहे एक ही परिवार के चार सदस्यों ने कथित तौर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सीकर के पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रदीप ने बताया कि करीब पांच माह पूर्व अपने बेटे की मौत से अवसाद में चल रहे पुरोहितजी की ढाणी निवासी हनुमान प्रसाद (45) ने रविवार को अपनी पत्नी तारा (40) और दो पुत्रियों पूजा (22), अनु (20) के साथ घर में फांसी लगाकर कथित तौर पर आत्महत्या कर ली। उन्होंने बताया कि बेटे की मौत के बाद से ही पूरा परिवार अवसाद में था।

उन्होंने बताया कि हनुमान प्रसाद के घर में एक सुसाइड नोट मिला है जिसमें प्रसाद ने लिखा है कि, 'बेटे की मौत के बाद से ही हमें जीने का मन नहीं है, हम जीना नहीं चाहते है.. हमारा सहारा सब कुछ वही था।' उन्होंने बताया शवों को पोस्टमार्टम के लिये राजकीय चिकित्सालय की मोर्चरी में रखवाया गया है। सोमवार सुबह पोस्टमार्टम करवाया जायेगा। पुलिस ने बताया कि करीब पांच माह हनुमान प्रसाद के जवान बेटे का दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई थी और तभी से पूरा परिवार अवसाद में था।

सुबह उठकर सारा काम किया रसोई में खाना भी मिला

परिवार के लोगों ने सुबह उठकर घर का सारा काम किया। हनुमान बाहर जाकर दूध भी लेकर आए थे। वे नहा धोकर कपड़े भी सुखाए थे। सभी ने मिलकर खाना भी खाया था। रसोई में पुलिस को बना हुआ खाना भी रखा हुआ मिला। दोपहर बाद परिवार के लोगों ने बाहर के दरवाजे को बंद किया। इसके बाद कमरे को बंद कर लोहे के गाटर पर रस्सी का फंदा लगाया। कमरे में पुलिस को पलंग पड़ा हुआ मिला। साथ ही बड़ी सीढ़ी भी रखी हुई मिली।

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