Rajasthan Unlock : 100 फीसदी क्षमता के साथ आज से शुरू हुई बस सेवाएं, इन गाइडलाइन्स के साथ यात्री कर सकेंगे सफर

Rajasthan Unlock : 100 फीसदी क्षमता के साथ आज से शुरू हुई बस सेवाएं, इन गाइडलाइन्स के साथ यात्री कर सकेंगे सफर
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राज्य में आज से सार्वजनिक परिवहन की बसें गुरुवार से 100 फीसदी क्षमता के साथ सड़कों पर शुरू हो गई। हालांकि बसें अभी राज्य के भीतर ही संचालित होंगी। फिलहाल अनुमति नहीं मिलने के कारण अन्य राज्यों में नहीं जाएंगी।

जयपुर। राजस्थान में कोरोना वायरस संक्रमण का ग्राफ गिरता जा रहा है। प्रदेश में संक्रमण की रफ्तार धीमी होने के साथ ही प्रदेश सरकार ने पाबंदियों में कुछ ढील देना शुरू कर दिया है। इसी को देखते हुए राज्य में आज से सार्वजनिक परिवहन की बसें गुरुवार से 100 फीसदी क्षमता के साथ सड़कों पर शुरू हो गई। हालांकि बसें अभी राज्य के भीतर ही संचालित होंगी। फिलहाल अनुमति नहीं मिलने के कारण अन्य राज्यों में नहीं जाएंगी। बस में कोई भी यात्री खड़े रहकर सफर नहीं करेगा। आज से बसें शुरू होने से सुबह सिंधी कैंप बस अड्डे पर यात्रियों की काफी भीड़ नजर आर्ई। टिकट की खिड़कियों पर भी लंबी कतारें देखने को मिली। यही हाल नारायण सिंह सर्कल बस स्टैंड का भी रहा।

1500 बसों का संचालन आज से हुआ शुरू

रोडवेज प्रबंधन से जुड़े अफसरों ने बताया कि करीब पंद्रह सौ बसों का संचालन आज सरकारी गाइडलाइन अनुसार शुरू कर दिया है। बसों में कोरोना प्रोटोकॉल की पालना सख्ती से करने के निर्देश दिए गए हैं। बसों के टिकिट की बुकिंग ऑनलाइन कर पांच प्रतिशत कैश बैक का भी ऑफर दिया गया है, ताकि लोग टिकट विंडो पर भीड़ नहीं लगाएं। रोडवेज प्रबंधन ने बताया कि कोरोना काल से पहले तक प्रदेश भर में 3800 बसें चल रहीं थी। इनसे करीब चार करोड से भी ज्यादा राजस्व रोज मिल रहा था। ये बसें करीब बारह लाख किलोमीटर रोज चलने के साथ ही देश के अन्य राज्यों में भी जा रही थी।

बसें बंद होने से हुआ बड़ा नुकसान

रोडवेज प्रबंधन के अनुसार पिछले साल कोरोना के चलते हुए पूरे लॉकडाउन के कारण रोडवेज बसें करीब दो महीने बंद रहीं थी। इस दौरान करीब चार सौ करोड़ रुपए से ज्यादा का घाटा रोडवेज प्रबंधन को हुआ था। इस साल फिर से करीब 55 दिनों तक रोडवेज के चक्के जाम रहे। इस बार भी करीब चार सौ करोड़ रुपए का नुकसान अभी तक प्रबंधन झेल चुका है। ऐसे में अब सीएम ने निर्देश भी जारी किए हैं कि प्रबंधन कुछ अन्य उपायों के जरिए नुकसान को भी कम करने की कोशिश करे।

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