जमीनी रंजिश के लिए कर दी मासूम की हत्या, 40 लाख की फिरौती मांगकर किया था पुलिस को गुमराह करने का प्रयास

जमीनी रंजिश के लिए कर दी मासूम की हत्या, 40 लाख की फिरौती मांगकर किया था पुलिस को गुमराह करने का प्रयास
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उत्तर प्रदेश के कासगंज जिले से बीते सोमवार की सुबह दस वर्षीय लोकेश अपने घर से गांव के मंदिर की तरफ खेलने गया था। अपहरणकर्ताओं ने लोकेश के परिजनों को फोन कर 40 लाख रुपये की फिरौती मांगी थी, लेकिन उसकी बेरहमी से हत्या कर दी। पहले इसे फिरौती के लिए हत्या माना जा रहा था, लेकिन तीनों आरोपियों से पूछताछ के बाद पता चला है कि इस वारदात के पीछे का कारण जमीनी रंजिश थी।

उत्तर प्रदेश के कासगंज जिले में दस साल के मासूम की अपहरण के बाद हत्या मामले में जमीनी रंजिश सामने आई है। अपहरणकर्ताओं ने बच्चे के परिजनों से 40 लाख रुपये की फिरौती मांगी थी, लेकिन उन्होंने ऐसा केवल पुलिस को गुमराह करने के लिए किया था। मामले के तीनों आरोपी अब पुलिस की गिरफ्त में हैं। हालांकि परिजनों का आरोप है कि अगर पुलिस ने पहले ही तत्परता से कार्रवाई की होती तो शायद उनका बच्चा आज जीवित होता।

यह पूरा मामला कासगंज के थाना सिढ़पुरा क्षेत्र के गांव पिथनपुर का है। किसान किशनवीर का 10 वर्षीय बेटा लोकेश बीते सोमवार की सुबह अपने घर से खेलने के लिए एक मंदिर की तरफ गया था, लेकिन घर नहीं लौटा। परिजनों ने उसे बहुत ढूंढने का प्रयास किया, लेकिन जब कहीं पता नहीं चला तो इसकी शिकायत लेकर थाने पहुंचे। पुलिस अधिकारी बुधवार को समय सकते में आ गए, जब लोकेश के परिजनों को फोन कर 40 लाख रुपये की फिरौती मांगी गई। अपहरणकर्ता ने कहा कि अगर 40 लाख रुपये नहीं मिले तो वे लोकेश की हत्या कर देंगे। पुलिस ने परिजनों को भरोसा दिलाया कि लोकेश को सकुशल बरामद कर लिया जाएगा, लेकिन इससे पहले कि पुलिस अपना जाल बिछाकर अपहरणकर्ताओं तक पहुंचती, उन्होंने लोकेश की हत्या कर दी। लोकेश का शव गांव से करीब 200 मीटर की दूरी पर बरामद हुआ। पुलिस ने गुरुवार को तीनों आरोपियों को गिरफ्तार उनसे पूछताछ की तो पता चला कि यह वारदात फिरौती के लिए नहीं, बल्कि जमीनी रंजिश के चलते की गई। एसपी मनोज कुमार सोनकर ने बताया कि लोकेश के अपहरण और हत्या मामले में आरोपी अजय कुमार समेत तीनों आरोपियों को गिरफ्केतार कर लिया गया है। अजय के पैर में गोली लगी है। उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

समय रहते नहीं की कार्रवाई

लोकेश का शव मिलने के बाद उसके परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। परिजनों का कहना है कि अगर पुलिस पहले ही तत्परता से कार्रवाई करती तो उनका बच्चा शायद आज जिंदा होता। जब फिरौती की कॉल आई, तभी पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया। इधर, कासगंज पुलिस का कहना है कि यह हत्या जमीनी रंजिश के चलते की गई। आरोपियों ने पुलिस को गुमराह करने के लिए फिरौती की कॉल की थी, मामला सामने आने के बाद तीन टीमों का गठन कर 36 घंटे के भीतर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।

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