कन्नौज में मजदूर के खाते में आए 2.70 खरब रुपए, परिवार मनाने लगा खुशियां, 24 घंटे बाद मिला 'धोखा'

कन्नौज में मजदूर के खाते में आए 2.70 खरब रुपए, परिवार मनाने लगा खुशियां, 24 घंटे बाद मिला धोखा
X
कन्नोज के कमालपुर गांव निवासी 45 वर्षीय मजदूर बिहारी लाल के ख्राते में 2.70 खरब की राशि आ गई। खुशी के मारे पूरा परिवार रात भर सो नहीं सका। 24 घंटे बाद परिवार को लगा झटका। पढ़िये कौन जिम्मेदार...

उत्तर प्रदेश के कन्नौज से एक बेहद चौंकाने वाली खबर सामने आई। यहां एक मजदूर के खाते में 31 अरब रुपये आ गए। मजदूर ने दो बार चेक किया और इसके बाद पूरा परिवार खुशियां मनाने में जुट गया। मजदूर ने जहां शराब का सेवन किया तो वहीं पूरा परिवार भी रातभर सो नहीं सका। हालांकि सोमवार सुबह जब मजदूर पैसे निकालने बैंक गया तो पांव तले से जमीन खिसक गई। उसके खाते में 31 अरब की जगह 126 रुपये ही मिले। हकीकत जानकर अब पूरा परिवार मायूस है और भविष्य के लिए तैयार सभी योजनाएं दम तोड़ चुकी हैं।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक छिबरामऊ के कमालपुर गांव में रहने वाले 45 साल के बिहारी लाल राजस्थान के एक ईंट-भट्‌ठे पर ईंट पथाई का काम करते हैं। उनकी रोजाना की कमाई 700 रुपए और महीने में करीब 20 हजार रुपये तक ही कमा पाते हैं। बारिश में ईंट पथाई का काम बंद हो जाता है। इसके चलते बिहारीलाल अपने गांव आ गए थे। रविवार को बिहारीलाल को रुपये की जरूरत थी। वो गांव के बैंक मित्र के पाए गए। यहां बैंक मित्र ने बताया कि उनके खाते में बड़ी रकम है। बिहारीलाल ने बताया कि उसके खाते में 31 अरब से ज्यादा की राशि थी। उसे भरोसा नहीं हुआ। इस पर बैंक मित्र ने स्क्रीन शॉट लेकर दिया। वो यह स्क्रीन शॉट लेकर परिवार के पास पहुंचा और बताया कि अब किस्मत बदल गई है।

बिहारीलाल ने बताया कि उसने बैंक मित्र से उस वक्त दस हजार रुपये निकालने को कहा था, लेकिन रुपये नहीं निकल सके। इसके बावजूद वो खुश था कि इतनी बड़ी रकम गई। उसने सोचा कि बैंक जाकर दोबारा से तस्दीक करूंगा। रात भर परिवार खुशी के मारे सो भी नहीं सका। सोमवार सुबह बिहारीलाल जब बैंक ऑफ इंडिया में अकाउंट चेक कराने पहुंचे तो उसकी खुशियां मायूसी में बदल गईं। पता चला कि उसके खाते में आए सारे रुपए वापस हो गए हैं। अब उसके अकाउंट में महज 126 रुपए ही बचे हुए हैं। बिहारीलाल ने बताया कि उसका खाता भी सीज कर दिया गया है।

पत्नी संजोने लगी थी सपने

बिहारीलाल की पत्नी सरिता का कहना है कि इतनी बड़ी रकम मिलने के बाद उन्हें लगा कि अब सारे दुख समाप्त हो जाएंगे। उनकी पांच संतानें हैं। बड़ा बेटा कुछ भी काम नहीं करता। बेटियों की शादी करनी है। पति को शराब पीने की लत है। गुजारा भी मुश्किल से चलता है।

उधर, बिहारीलाल ने कहा कि उसने अपनी पत्नी के लिए जेवरात खरीदने, बड़ा घर बनाने और बेटियों की शादी और बेटों के लिए अच्छा से व्यापार शुरू कराने की सोची थी। अब 126 रुपये में क्या हो पाएगा। बैंक मित्र की शरारत! बैंक ऑफ इंडिया के बैंक मैनेजर वीरेश चंद्र पाल का कहना है कि बिहारीलाल को भ्रमित किया गया है। इससे बैंक के प्रति अफवाह फैली है। जो स्क्रीन शॉट दिखाया जा रहा है, वो गलत है। हमारे बैंक का स्क्रीन शॉट अलग है। यह बैंक मित्र की गलती है, जिसके खिलाफ कार्रवाई करेंगे।

Tags

Next Story