वाराणसी में बारिश का कहर, बिजली गिरने से दो बच्चों समेत तीन की मौत, काशी विश्वनाथ मंद‍िर का शिखर कलश भी टूटा

वाराणसी में बारिश का कहर, बिजली गिरने से दो बच्चों समेत तीन की मौत, काशी विश्वनाथ मंद‍िर का शिखर कलश भी टूटा
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वाराणसी में मंगलवार को रात तक 53 एमएम बारिश दर्ज की गई। आज सुबह से भी हल्की, मध्यम और तेज बारिश चल रही है। पहली बारिश ने ही वाराणसी में कहर बरपाया है।

उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के वाराणसी (Varanasi) में गरज के साथ हुई बारिश ने कहर बरपाया (Rain wreaks havoc) है। आकाशीय बिजली गिरने से जहां दो बच्चों और एक महिला की मौत हो गई है तो वहीं काशी विश्वनाथ मंदिर (Kashi Vishwanath Temple) का शिखर कलश भी टूट गया। कई जगह पेड़ उखड़ गए और कई जगह जलभराव की वजह से लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। लोगों को बिजली कटों का भी सामना करना पड़ा। आज भी सुबह से बारिश हो रही है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि तीन जुलाई तक बारिश चलती रहेगी।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक वाराणसी में मंगलवार को रात तक 53 मिलीमीटर तक बारिश दर्ज की गई। तेज बारिश और आकाशीय बिजली गिरने से जानमाल का नुकसान हुआ। मिर्जामुराद थाना अंतर्गत अदमापुर महनाग बस्ती में अवनीश यादव का छोटा बेटा लल्ला यादव (12) और भुवर यादव (15) पर आकाशीय बिजली गिर गई। दोनों बच्चों की मौके पर ही झुलस कर दर्दनाक मौत हो गई। लल्ला यादव दो भाइयों में छोटा था और भुंवर यादव दो भाइयों में बड़ा था।

उधर, बड़ागांव थाना अंतर्गत टिकरी खुर्द निवासी श्यामजी पाल की पत्नी दुर्गावती देवी (34) गोबर फेंकने जा रही थी। इसी दौरान उस पर आकाशीय बिजली गिर गई। उसकी भी घटनास्थल पर ही मौत हो गई। दुर्गावती देवी गांव के सरकारी स्कूल में रसोइयां के तौर पर काम करती थी। यही नहीं टिकरी खुर्द गांव में बिजली गिरने से एक भैंस की भी मौत हो गई। बारिश के दौरान वाराणसी की दीवानी कचहरी परिसर स्थित अधिवक्ताओं का टिनशेड तेज आवाज के साथ गिरा। गनीमत रहा कि आसपास कोई भी मौजूद नहीं था।

मंदिर का शिखर कलश क्षतिग्रस्त

श्रीकाशी विश्वनाथ धाम परिसर में भारत माता की प्रतिमा के समीप मांधातेश्वर महादेव का मंदिर का शिखर कलश भी क्षतिग्रस्त हो गया। मंगलवार शाम को आरती के बाद आकाशीय बिजली सीधे शिखर कलश पर आ गिरी। मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील कुमार वर्मा ने बताया कि बारिश शुरू होने के बाद श्रद्धालु धाम के जलपान केंद्र और अन्य हॉल के अंदर चले गए थे। ऐसे में जहां बिजली गिरी, वहां कोई भी मौजूद नहीं था। शिखर के कलश के क्षतिग्रस्त टुकड़े को हटवा दिया गया है। शिखर की मरम्मत का काम जल्द कराया जाएगा।

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