UP Politics: 4 बार सांसद रहे रवि वर्मा ने छोड़ा अखिलेश का साथ, कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें

UP Politics: 4 बार सांसद रहे रवि वर्मा ने छोड़ा अखिलेश का साथ, कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें
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SP Leader Ravi Verma Resignation: लोकसभा चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी को बड़ा झटका लगा है। दरअसल लखीमपुर खीरी से 4 बार के सांसद रहे रवि प्रकाश वर्मा ने समाजवादी पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। पढ़िए पूरी खबर...

SP Leader Ravi Verma Resignation: उत्तर प्रदेश में इन दिनों समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय के बीच जुबानी जंग चल ही रही है। दोनों पार्टियों के नेता एक दूसरे पर लगातार हमलावार हैं। आगामी लोकसभा चुनाव से पहले इस बीच समाजवादी पार्टी को बड़ा झटका लगा है। दरअसल लखीम खीरी में सपा के नेता और 4 बार के सांसद रहे रवि प्रकाश वर्मा ने आज शुक्रवार को इस्तीफा दे दिया है। उनके इस्तीफे के बाद से कयास लगाए जा रहे हैं कि वह 6 नवंबर को कांग्रेस का हाथ थाम सकते हैं। रवि प्रकाश वर्मा ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव को पत्र भेजकर अपने इस्तीफे के बारे में अवगत कराया है।

रवि प्रकाश वर्मा के माता-पिता भी रह चुके हैं MP

सूत्रों की मानें तो सपा की तरफ से आगामी लोकसभा चुनाव में उन्हें मैदान में उतारने जाने की संभावना कम थी। इसलिए उन्होंने पार्टी छोड़ने का फैसला किया। रवि प्रकाश वर्मा के बजाय अन्य उम्मीदवार पर सपा को भरोसा था। माना जा रहा है कि रवि प्रकाश वर्मा के बाद उनकी बेटी पूर्वी वर्मा भी सपा का हाथ छोड़ सकती हैं। बता दें कि रवि प्रकाश वर्मा के माता-पिता भी सांसद रह चुके हैं। रवि प्रकाश वर्मा ने मीडिया को जानकारी को जानकारी देते हुए बताया कि कुछ फैसले लेना बहुत कठिन होते हैं, लेकिन जरूरी भी होते हैं।

साल 2019 में सपा ने उनकी बेटी को दिया था टिकट

बता दें कि रवि प्रकाश वर्मा के पिता बालगोविंद वर्मा कांग्रेस के टिकट पर 1962 से 1971 तक खीरी का लोकसभा में प्रतिनिधित्व किया। उन्होंने दोबारा 1980 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (इंदिरा) के टिकट पर खीरी लोकसभा सीट से जीत दर्ज की। बालगोविंद वर्मा की पत्नी उषा वर्मा और रवि प्रकाश वर्मा की मां ने भी तीन बार खीरी सीट की नुमाइंदगी की। इसके बाद रवि प्रकाश वर्मा ने 1998, 1999 और 2004 में सपा प्रत्याशी के तौर पर खीरी सीट से चुनावी जीत दर्ज की। 2019 के लोकसभा चुनाव में रवि प्रकाश वर्मा की बेटी को सपा ने सपा-बसपा की संयुक्त प्रत्याशी के तौर पर मैदान में उतारा था लेकिन पूर्वी वर्मा को हार का सामना करना पड़ा।

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