कोविड महामारी के दौरान बढ़ी कृषि की विकास दर, जीडीपी में हुई इतनी बढ़ोतरी

कोविड महामारी के दौरान बढ़ी कृषि की विकास दर, जीडीपी में हुई इतनी बढ़ोतरी
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अखिल भारतीय पंचायत परिषद के कार्यवाहक अध्य्क्ष डॉक्टर अशोक चौहान ने कहा कि भारत के विकसित स्वरूप की कल्पना भारत के गावों के विकास के बिना अधूरी है, अगर हमें इसे पूरा करना है तो गांधी जी ग्राम स्वराज की संकल्पना को पूर्ण रूप से लागू किए जानें की जरुरत है ।

अखिल भारतीय पंचायत परिषद के प्रांगण में ग्राम स्वराज के अगुवा व ग्रामीण अर्थव्यवस्था के रीढ़ माने जाने वाले किसानों के पैरोकार में पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती धूम धाम से मनाई गई तथा उनके विचारों को हर गांव तक पहुंचाने का संकल्प लिया गया।

इस मौके पर गोष्टी का भी आयोजन किया गया। इस सभा को संबोधित करते हुए अखिल भारतीय पंचायत परिषद के कार्यवाहक अध्य्क्ष डॉक्टर अशोक चौहान ने कहा कि भारत के विकसित स्वरूप की कल्पना भारत के गावों के विकास के बिना अधूरी है, अगर हमें इसे पूरा करना है तो गांधी जी ग्राम स्वराज की संकल्पना को पूर्ण रूप से लागू किए जानें की जरुरत है ।

कोविड-19 महामारी के दौरान कृषि की विकास दर में 3.4 फीसदी की वृद्धि होने से जीडीपी में कृषि की हिस्सेदारी 17.8 फीसदी से बढ़ कर 19.9 प्रतिशत हो गई है। सर्वेक्षण रिपोर्ट के मुताबिक 2019-20 में जीडीपी में कृषि की हिस्सेदारी 17.8 प्रतिशत थी, जो 2020-21 में 19.9 प्रतिशत हो जाएगी। दिलचस्प बात यह है कि इससे पहले 2003-04 में कुल जीडीपी में कृषि की हिस्सेदारी 20.77 प्रतिशत थी। इसके बाद लगातार कृषि की हिस्सेदारी कम हो रही है।

इसीलिए शास्त्री जी के विचार भारत के लिए हमेशा प्रासंगिक रहेंगे। किसानी के प्रासंगिकता पर बात करते हुए आगे उन्होंने कहा कि जब पूरी दुनियां में कोरोना की वजह से तबाही का मंजर था तब लोग शहरों से गावों की ओर गए और कृषि ही उनके रोजगार का आधार बनी। भारी संख्या में लोग किसानी से जुड़ गए और दोबारा शहरों को ओर नहीं आए।

इसीलिए अगर हमें भारत वर्ष को सतत विकास की ओर ले जाना है तो गावों को सशक्त और किसानों को आत्मनिर्भर बनाने की जरुरत है। भारत भूमि का सौभाग्य है कि भारत की अर्थव्यवस्था यानी कि कृषि व गांव को मजबूत करने के लिए योगदान देने वाले दो महानुभाव गांधी जी और शास्त्री जी का नेतृत्व देश को मिला और देश के सर्वांगीण विकास का मार्ग प्रशस्त हुआ।

इस मौके पर अखिल भारतीय पंचायत परिषद के महामंत्री ध्यानपाल सिंह, शुक्ला समेत लगभग सभी पदाधिकारी और कर्मचारी तथा ढेर सारे गणमान्य उपस्थित रहे। मीडिया सलहकार बद्री नाथ ने कहा कि अखिल भारतीय पंचायत परिषद अपने मुख पत्र पंचायत संदेश में गांधी जी के विचारों की प्रासंगिकता को संदर्भित करते हुए विशेष आलेख का संपादन कर रही है जिसे आगामी हफ्ते में रिलीज किया जाएगा।

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