सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने इफ्तार पार्टी में की शिरकत, आजम खान के करीबी राफे राना ने खोला मोर्चा

उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने लखनऊ (Lucknow) में मौलाना खालिद रशीद फरंगी महल के साथ इफ्तार किया। लखनऊ की ईदगाह (Idgah) में उलमा समेत कई हस्तियों ने रोजा खोला। इस दौरान अखिलेश यादव ने मुस्लिम बच्चों से मुलाकात की। उधर, आजम खान (Azam Khan) के करीब राफे राना (Rafe Rana) ने अखिलेश यादव के खिलाफ मोर्चा खोला है। मशहूर शायर मुनव्वर राणा (Poet Munawwar Rana) के भाई राफे राना ने सपा प्रमुख पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक राफे राना ने आरोप लगाया कि अखिलेश यादव को मुस्लिम वोट तो चाहिए, लेकिन सम्मान नहीं करते। अगर आजम खान जेल की बजाय मुलायम सिंह यादव होते तो क्या अखिलेश यादव तब भी चुप रहते? उन्होंने कहा कि मुलायम सिंह यादव की राजनीति बेहतर थी। पिछले विधानसभा चुनाव में 99 प्रतिशत मुस्लिमों ने समाजवादी पार्टी को वोट दिया और पार्टी ने 95 फीसदें सीटें मुस्लिम वोटों की वजह से जीती हैं।
उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव ने विधानसभा चुनाव में भी मुस्लिमों से दूरी बनाकर रखी ताकि उनके वोट बैंक पर असर न पड़े। उन्होंने आरोप लगाया कि बसपा ने भी मुस्लिमों की अनदेखी की। अगर अखिलेश यादव सुधरते नहीं सपा का हश्र भी बसपा की तरह होगा।
बता दें कि मुसलमानों की अनदेखी करने का आरोप सपा और अखिलेश यादव पर लग रहे हैं। कई सपा नेता तो इसके चलते पार्टी भी छोड़ चुके हैं। अखिलेश यादव के करीबी नेता इरशाद खान ने इस्तीफा दिया है। उन्होंने कहा था कि मुसलमानों पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ अखिलेश यादव आवाज नहीं उठा रहे। उधर, समाजवादी सैनिक प्रकोष्ठ के प्रदेश महासचिव अमरेश यादव ने भी पार्टी से इस्तीफा दिया था। पिछले दिनों सपा नेता कासिम राईन ने भी इस्तीफा दे दिया था।
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