लखनऊ से अरेस्ट आतंकियों ने उगला जहर, पकड़ में न आते तो 20 जुलाई को दहल जाता यह शहर

लखनऊ से अरेस्ट आतंकियों ने उगला जहर, पकड़ में न आते तो 20 जुलाई को दहल जाता यह शहर
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अलकायदा के अंसार गजवत-उल-हिंद से जुड़े आतंकी मिन्हाज अहमद और मसीरुद्दीन को 11 जुलाई को लखनऊ के काकोरी इलाके से गिरफ्तार किया गया था। 12 जुलाई को उन्हें कोर्ट में पेश किया गया, जहां से 14 दिन के रिमांड पर भेज दिया गया। रिमांड के दौरान दोनों आतंकियों ने अहम खुलासे किए हैं।

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से गिरफ्तार अलकायदा के अंसार गजवत-उल-हिंद से जुड़े आतंकी मिन्हाज अहमद और मसीरुद्दीन पुलिस रिमांड के दौरान जहर उगलने लगे हैं। खबरों की मानें तो दोनों ने 20 जुलाई को लखनऊ को दहलाने की तैयारी पूरी कर ली थी। इससे पहले कि वो अपने मंसूबों को अंजाम दे पाते, एटीएस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक रिमांड के दौरान दोनों आतंकियों ने खुलासा किया है कि उन्होंने 20 जुलाई को राजधानी लखनऊ में विस्फोट करने की साजिश रची थी। उनकी प्लानिंग थी कि प्रेशर कुकर बम को ई-रिक्शा में लगाकर किसी भीड़ वाले स्थान पर विस्फोट किया जाए। पूछताछ में यह भी पता चला है कि आतंकी मिनहाज पहले इंटीग्रल यूनिवर्सिटी में लैब असिस्टेंट का काम करता था, लेकिन साल 2016 में उसने नौकरी छोड़कर खदरा इलाके में एक बैटरी की एजेंसी ले ली थी। यहां उसकी मुलाकात मसीरुद्दीन से हुई थी, जो कि ई-रिक्शा चलाता था।

मसीरुद्दीन आर्थिक रूप से परेशान चल रहा था, जिसके चलते मिनहाज ने उसे अपने साथ काम करने का ऑफर दिया। मसीरुद्दीन मान गया। इसके बाद दोनों काम के सिलसिले में बाहर जाने लगे। इसी दौरान उन्होंने आतंकी संगठनों से भी मुलाकात की। आतंकी संगठन यूपी के कई जिलों में अपने नापाक मंसूबों को अंजाम देने की फिराक में थे।

मसीरुद्दीन और मिनहाल को राजधानी लखनऊ को दहलाने की जिम्मेदारी दी गई। दोनों ने शहर में रैकी की और प्रेशर कुकर बम बनाना शुरू कर दिया। इससे पहले कि वो अपने मंसूबों में कामयाब हो पाते, बीते 11 जुलाई को एटीएस के हत्थे चढ़ गया। दोनों को लखनऊ के काकोरी इलाके के एक घर से गिरफ्तार किया गया था। मौके से एटीएस ने दो प्रेशर कुकर बम के अलावा अर्धनिर्मित टाइम बम और कई आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए थे।

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