Noida: श्रीकांत त्यागी की सोसायटी में 'पीला पंजा' पर लगी रोक, अखिलेश ने 'बुलडोजर एक्शन' पर कसा तंज

नोएडा (Noida) में पांच अगस्त को महिला से बदसलूकी करने के बाद जेल से बंद श्रीकांत त्यागी (Shrikant Tyagi) की सोसायटी में रहने वाले लोगों को 20 अक्टूबर तक बुलडोजर के खौफ से निजात मिल गई है। इलाहाबाद हाई कोर्ट (Allahabad High Court) ने सेक्टर-93बी स्थित ग्रैंड ओमेक्स सोसायटी (Grand Omaxe Society) में अवैध कब्जों के खिलाफ नोएडा प्राधिकरण की कार्रवाई पर 20 अक्टूबर तक के लिए रोक लगा दी है। उधर, समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने अवैध कब्जों के खिलाफ कार्रवाई पर होने वाले विलाप को लेकर बुलडोजर एक्शन पर तंज कसा है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक नोएडा अथॉरिटी ने शुक्रवार को ग्रैंड ओमैक्स सोसाइटी में अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई की थी। कार्रवाई के तहत श्रीकांत त्यागी की ओर से लगाए पेड़ों को हटाने के साथ ही अन्य कई फ्लैट मालिकों के अवैध निर्माण भी ढहा दिए गए। दोनों तरफ कार्रवाई होने से लोगों में खासा हड़कंप मच गया। भारी बवाल की आशंका के चलते यहां भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया।
नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों का कहना था कि 125 फ्लैट मालिकों को अवैध कब्जा हटाने के लिए 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया था और यह अवधि पूरी होते ही कार्रवाई शुरू कर दी। उधर, प्राधिकरण की कार्रवाई चल रही थी तो वहीं दूसरी तरफ मुकुल गुप्ता समेत 125 फ्लैट मालिकों ने इलाहाबाद हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया और अर्जी दाखिल कर नोएडा प्राधिकरण की कार्रवाई पर रोक लगाने की मांग की। इलाहाबाद हाई कोर्ट ने इसे अंर्जेंट मामला मानते हुए सुनवाई की और फ्लैट मालिकों की ओर से दी गई दलीलें सुनने के बाद ग्रेंड ओमेक्स सोसायटी में नोएडा प्राधिकरण की 20 अक्टूबर तक बुलडोजर कार्रवाई पर रोक लगाने का निर्देश दे दिया।
अखिलेश यादव ने तंज कसा
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने नोएडा प्राधिकरण की कार्रवाई को लेकर योगी सरकार पर हमला बोला। उन्होंने ट्वीट में लिखा, 'उप्र में बुलडोज़र भाजपा के शासन-प्रशासन के अहंकार का प्रतीक बन गया है।घरवाले ही घर का मोल समझते हैं।' उधर, समाजवादी पार्टी मीडिया सेल ने अवैध कब्जे हटाने की कार्रवाई के दौरान रोती महिला का वीडियो शेयर करते हुए तंज कसा है। अखिलेश यादव ने भी इस ट्वीट को रिट्वीट किया। इस ट्वीट में लिखा, 'जो लोग दूसरों के घरों पर बुलडोजर चलने पर आह्लादित थे, वे आज अपने घर बुलडोजर चलने पर व्यथित हैं , जनता अब कहने लगी है कि "बुलडोजर अन्याय का प्रतीक है" न्याय प्रक्रिया के बगैर बुलडोजर चला देना, तहस नहस कर देना, गिरफ्तार कर लेना, फर्जी एनकाउंटर कर देना विधि व न्याय विरुद्ध होता है!'
पांच अगस्त से सुर्खियों में है यह सोसायटी
ग्रैंड ओमेक्स सोसायटी पांच अगस्त से मीडिया की सुर्खियों में है। पांच अगस्त को श्रीकांत त्यागी ने यहां एक महिला से बदसलूकी की थी। आरोप था कि श्रीकांत त्यागी ने अवैध कब्जों के लिए पेड़ लगा रहा है। महिला ने जब विरोध किया तो वो गालीगलौच करने के साथ ही हाथापाई पर उतर आया। पुलिस ने नौ अगस्त को श्रीकांत त्यागी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया और अवैध कब्जे को ढहा दिया। इसके बाद से अब तक यह सोसायटी सुर्खियों में बनी है। कभी त्यागी समाज के लोग श्रीकांत के समर्थन में महापंचायत करने लगे तो वहीं श्रीकांत की पत्नी अनु त्यागी सोसायटी में अवैध कब्जों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग करने लगीं।
करीब तीन दिन पहले भी खासा हंगामा हुआ और अनु त्यागी और भाकियू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मांगे राम त्यागी धरने पर बैठ गए। अगले दिन अनु त्यागी ने पाम के पेड़ लगा दिए। इस पर सोसायटी के लोग प्राधिकरण पर आरोप लगाने लगे कि उन्होंने ही यह पेड़ अनु त्यागी को दिए हैं। दोनों तरफ से आरोप लगाने पर प्राधिकरण की टीम शुक्रवार को पहुंची और बिना किसी भेदभाव किए अवैध कब्जों पर कार्रवाई शुरू कर दी।
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