Ayodhya Ram Mandir : बसंत पंचमी पर रामलला ने धारण किए खादी के अंगवस्त्र, इस बदलाव के पीछे के ये है कहानी...

Ayodhya Ram Mandir : बसंत पंचमी पर रामलला ने धारण किए खादी के अंगवस्त्र, इस बदलाव के पीछे के ये है कहानी...
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प्रसिद्ध डिजाइनर मनीष त्रिपाठी ने भगवान राम, माता सीता, लक्ष्मण और हनुमान के वस्त्रों को डिजाइन किया है। उन्होंने सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर इन सभी पौशाकों को उन्हें सौंप दिया। भगवान राम के लिए खादी के वस्त्र तैयार करने के पीछे की ये है वजह...

अयोध्या में विराजमान रामलला ने बसंत पंचमी पर आज खादी के पीले रंग के अंगवस्त्र धारण किए। उनकी अर्धांगिनी सीताजी, भैया लक्ष्मण और भक्त हनुमान भी खादी के वस्त्रों में नजर आएंगे। प्रसिद्ध डिजाइनर मनीष त्रिपाठी ने इन पौशाकों को डिजाइन किया है। प्रभु श्रीराम और उनके साथ विराजमान सभी देवी-देवताओं के लिए सप्ताह के प्रत्येक दिन के लिए अलग-अलग पौशाक तैयार की गई हैं।

खादी एवं ग्रामोद्योग विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. नवनीत सहगल ने बताया कि रामलला के यह वस्त्र खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के सहयोग से तैयार कराए गए हैं। फैशन डिजाइनर मनीष त्रिपाठी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उनके सरकारी आवास पर मुलाकात कर उन्हें इन अंगवस्त्रों का अवलोकन कराया। मनीष ने सीएम को बताया कि उन्होंने सप्ताह के सात दिनों के लिहाज से हिन्दू धर्म में प्रचलित सात रंगों के अलग-अलग अंगवस्त्र तैयार किए हैं। सभी परिधान खादी सिल्क के हैं।

फैशन डिजाइनर मनीष त्रिपाठी ने कहा, 'मैं कुछ दिनों पहले अवधनगरी गया तो मन में ख्याल आया कि प्रभु राम के लिए खादी के वस्त्र डिजाइन किए जाएं। इसके पीछे सोच यही थी कि खादी एकमात्र एथिकल फैब्रिक है। उन्होंने कहा, 'मैं भाग्यशाली हूं कि मुझे रामलला के लिए कपड़े तैयार करने का अवसर मिला। हमने सभी वस्त्र खादी तैयार किए हैं। हम लोगों में खादी के बारे में जागरूकता पैदा करना चाहते थे। प्रभु श्रीराम अगर खादी के वस्त्र धारण करेंगे। चूंकि भगवान से सभी की आस्था जुड़ी है, लिहाजा खादी की स्वीकार्यता भी बढ़ेगी। इससे खादी वस्त्रोद्योग से जुड़ी महिलाओं को भी काम मिलेगा। उन्होंने कहा कि देश में हजारों-लाखों मंदिर हैं। यदि अयोध्या की तरह सभी स्थलों पर भी खादी के वस्त्रों का प्रयोग शुरू होगा तो खादी को बढ़ावा मिलेगा।

बता दें कि अयोध्या में भव्य राममंदिर का निर्माण कार्य शुरू हो चुका है। ऐसे में यहां भक्तों को भीड़ भी बढ़ने लगी है। जनवरी माह में करीब दो लाख श्रद्धालुओं ने रामलला के दर्शन किए। भव्य मंदिर निर्माण के लिए सम्पर्ण निधि अभियान भी चलाया हुआ है, जिसमें हर धर्म और संप्रदाय के लोग दिल खोलकर दान दे रहे हैं। 15 जनवरी से शुरू इस अभियान के तहत अब तक 1000 करोड़ से ज्यादा की सम्पर्ण निधि श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के खाते में आ चुकी है।

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