अयोध्या में रामलला का परिसर अब 70 नहीं, 107 एकड़ का होगा, जानिये कैसे होगा जमीन का इंतजाम

अयोध्या में रामलला का परिसर अब 70 नहीं, 107 एकड़ का होगा, जानिये कैसे होगा जमीन का इंतजाम
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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक श्रीराम जन्मभूमि 70 एकड़ में प्रस्तावित थी, जिसमें से पांच एकड़ भूमि पर मंदिर परिसर बनना है और शेष पर गौशाला, पुस्तकालय, रिसर्च सेंटर, ध्यान केंद्र आदि निर्मित करने की योजना है। अयोध्या राम मंदिर को दुनिया का सबसे भव्य मंदिर बनाने की चाहत हर किसी की है। ऐसे में 107 एकड़ में इसके विस्तार की योजना है।

अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए 2100 करोड़ रुपये की दान राशि मिलने के बाद श्रीराम जन्मभूमि परिसर के विस्तार की ओर कदम उठा दिए गए हैं। श्रीराम जन्मभूमि परिसर 70 एकड़ में प्रस्तावित था, लेकिन अब इसका विस्तार 107 एकड़ तक करने की योजना है। इस कड़ी में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने एक करोड़ रुपये में पहल भूखंड खरीदा है। यह भूखंड 7,285 वर्ग फुट है। ट्रस्ट बाकी की जमीन का इंतजाम करने के लिए अन्य भवन मालिकों से भी बातचीत कर रहा है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक श्रीराम जन्मभूमि 70 एकड़ में प्रस्तावित थी, जिसमें से पांच एकड़ भूमि पर मंदिर परिसर बनना है और शेष पर गौशाला, पुस्तकालय, रिसर्च सेंटर, ध्यान केंद्र आदि निर्मित करने की योजना है। अयोध्या राम मंदिर को दुनिया का सबसे भव्य मंदिर बनाने की चाहत हर किसी की है। ऐसे में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को शुरू से ही श्रीराम जन्मभूमि के लिए महज 70 एकड़ जमीन की व्यवस्था कम लग रही थी। अब ट्रस्ट ने राम मंदिर के समानांतर ही 7,285 वर्ग फुट जमीन एक करोड़ रुपये में खरीद ली है। ट्रस्ट ने श्रीराम जन्म भूमि का विस्तार 107 एकड़ में करने का फैसला किया है। इसके लिए अभी 14,30,195 वर्ग फुट जमीन खरीदनी होगी, जिसके लिए ट्रस्ट पदाधिकारी भवन और मंदिरों के स्वामियों से बातचीत कर रहे हैं।

अशरफी भवन के पास स्थित है जमीन

श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट ने एक करोड़ में जो जमीन खरीदी है, वो अशरफी भवन के पास स्थित है। भूखंड मालिक दीपनारायण ने जमीन का बैनामा लिख दिया है। जमीन की खरीद दस्तावेजों में ट्रस्ट पदाधिकारी अनिल मिश्रा और विधायक इंद्र प्रताप तिवारी ने गवाह के तौर पर हस्ताक्षर किए हैं। बता दें कि विश्व हिंदू परिषद की ओर से 15 जनवरी को मकर संक्रांति पर राम मंदिर निधि समर्पण अभियान की शुरुआत की गई थी। भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए हर आयु वर्ग, धर्म और संप्रदाय के लोगों ने बढ़-चढ़कर दान दिया। अभियान के तहत करीब 2100 करोड़ रुपये की समर्पण निधि एकत्रित होने का अनुमान है। वास्तविक आंकड़ा मार्च अंत तक सामने आएगा।

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