बलिया में स्कूल को ताला लगाकर चले गए शिक्षक, क्लास में फंस गया बच्चा, फिर मचा हड़कंप

बलिया में स्कूल को ताला लगाकर चले गए शिक्षक, क्लास में फंस गया बच्चा, फिर मचा हड़कंप
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बलिया के सुखपुरा गांव में बाबा के पोखरा निवासी रमेश राजभर का बेटा आदित्य प्राथमिक विद्यालय सुखपुरा नंबर एक में पढ़ता है। आदित्य क्लास रूम में सो गया था। शिक्षक बिना यह जाने सभी कमरों को ताला लगाकर स्कूल बंद कर गए। फिर...

उत्तर प्रदेश के बलिया से बड़ी चौंकाने वाली खबर सामने आ रही है। यहां एक स्कूल के शिक्षकों ने ऐसी लापरवाही बरती, जिससे पहली कक्षा के विद्यार्थी को घंटों डर के साये में रहना पड़ा। दरअसल, यह बच्चा क्लास रूम में सो गया था। बावजूद इसके किसी भी शिक्षक या स्टाफ ने कमरों पर ताला लगाने से पहले यह जानने का प्रयास नहीं किया कि कहीं कोई बच्चा भीतर तो छूट नहीं गया। बच्चे के परिजन जब उसकी तलाश में स्कूल पहुंचे तो हड़कंप मच गया। आनन-फानन में कमरे का ताला तोड़ा गया और बच्चे को बाहर निकाल लिया गया। शिक्षा विभाग ने इस मामले को घोर लापरवाही माना है और जांच के आदेश दे दिए हैं।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बलिया के सुखपुरा गांव में बाबा के पोखरा निवासी रमेश राजभर का बेटा आदित्य प्राथमिक विद्यालय सुखपुरा नंबर एक में पढ़ता है। कक्षा एक का छात्र आदित्य रोजाना की तरह विद्यालय गया। दोपहर को मिड-डे-मिल खाने के बाद दोबारा पढ़ाई हुई। दोपहर साढ़ 12 बजे स्कूल की छुट्टी हो गई। स्कूल के स्टाफ ने करीब डेढ़ बजे तक सभी कमरों पर ताले लगा दिए और घर चले गए।

ग्रामीणों के मुताबिक दोपहर तीन बजे तक जब आदित्य घर नहीं पहुंचा तो उन्होंने भी परिजनों के साथ तलाश अभियान शुरू कर दिया। इस दौरान परिजनों के साथ ग्रामीण भी स्कूल पहुंचे और यहां भी आदित्य को तलाशने लगे। इस दौरान एक क्लास रूम में आदित्य दिखाई दिया। परिजनों ने आवाज दी, लेकिन आदित्य ने कोई जवाब नहीं दिया। इस पर अनहोनी की आशंका के चलते ग्रामीणों ने तुरंत कमरे पर लगा ताला तोड़ दिया। हालांकि जब परिजनों ने उसे छुआ तो राहत की सांस ली।

ग्रामीणों ने बताया कि अगर कोई आपराधिक तत्व यहां पहुंचा होता तो आदित्य के साथ कोई भी अनहोनी हो सकती थी। उन्होंने कहा कि अगर आदित्य का पता नहीं चलता तो वो पूरी रात कैसे गुजारता। ग्रामीणों ने स्कूल प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और लापरवाही बरतने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाए। ग्रामीणों ने इस पूरी घटना का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर भी वायरल कर दिया। मामला सामने आते ही बांसडीह से हेडमास्टर उर्मिला देवी आदित्य के घर पहुंची और माफी मांगी। इस संबंध में बीईओ बेरुआरबारी हिमांशु मिश्र का कहना है कि यह घोर लापरवाही है। बीएसए ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। रिपोर्ट तैयार करके अधिकारियों को भेजी जाएगी। इसके आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।

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