Bhopal Traffic : 6, 7, 10, 11 व 12 नंबर पर रेंगती रहीं गाड़ियां घंटों तक स्लो ट्रैफिक से जूझते रहे हजारों लोग

Bhopal Traffic : 6, 7, 10, 11 व 12 नंबर पर रेंगती रहीं गाड़ियां घंटों तक स्लो ट्रैफिक से जूझते रहे हजारों लोग
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राजधानी में ट्रैफिक व्यवस्था की वजह से शहर के कई इलाके ‘जाम नगर’ बन चुके हैं। हजारों लोगों ने गुरुवार को ‘जाम नगर’ में घंटों समय बिताया।

भोपाल। राजधानी में ट्रैफिक व्यवस्था की वजह से शहर के कई इलाके ‘जाम नगर’ बन चुके हैं। हजारों लोगों ने गुरुवार को ‘जाम नगर’ में घंटों समय बिताया। दरअसल, एमपी नगर सहित कई इलाकों में जाम की स्थिति बनी। 6, 7, 10, 11, 12 नंबर और होशंगाबाद रोड पर स्थिति यह थी कि घंटों वाहन रेंगते रहे। खास की बात है कि लोगों की शिकायत के बाद भी संबंधित थाना क्षेत्र के पुलिस कर्मी या फिर ट्रैफिक पुलिस के जवानों ने जाम क्लियर कराने की जहमत नहीं उठाई। कहीं कहीं वाहन चालक खुद ही ट्रैफिक हवलदार की भूमिका में नजर आए और किसी तरह जाम खुलवाकर वे आगे बढ़े। वहीं आखिरकार पुलिस अफसर के फोन के बाद जाम की स्थिति को निपटने के लिए खुद डीपीसी पदम विलोचन शुक्ला उतरे। शहर के कई इलाकों में ट्रैफिक पुलिस कर्मियों को भेज कर घंटों फंसे लोगों को राहत दिलाई।

जवानों को फिर से चौराहों पर तैनात किया

शुक्ला ने बताया कि सुबह से ही पुलिस के जवान वीवीआईपी ड्यूटी में तैनात रहे। यही कारण है कि जाम को निपटाने के लिए जवानों को फिर से चौराहों पर तैनात किया गया। राजधानी में ट्रैफिक व्यवस्था बिगड़ने की बड़ी वजह है कि खराब सड़कों के कारण जाम की स्थिति बन रही है वहीं दूसरी तरफ निर्माण कार्यों के चलते कभी भी एजेंसी अचानक रूट डायवर्जन करती है। हैरत की बात है कि राजधानी में ट्रैफिक व्यवस्था के हालात बेहतर नहीं हैं, फिर भी जिला प्रशासन ने हैवी व्हीकल को चलाने की अनुमति दी है, जिससे काफी देर तक लोगों को 1 किलोमीटर पहुंचने में 15 से 20 मिनट का समय लग जाता है। पुलिस ने लाख मशक्कत करते हुए क्राइम के भले ही हॉटस्पॉट को खत्म कर दिया है लेकिन अब चुनौती ट्रैफिक के हॉटस्पॉट की है।

सड़कों पर अतिक्रमण भी बड़ी वजह

डीसीपी ट्रैफिक शुक्ला कहना है कि सड़कों पर सबसे ज्यादा अतिक्रमण बड़ी वजह है। सड़कों पर आधी जगह लोगों घेर कर रखी है। हालांकि इस समस्या से निपटने पुलिस ने हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। जिन इलाकों में सड़कों पर अतिक्रमण है। पुलिस को नागरिक सूचना दे सकते हैं। इसका असर भी हुआ है कि दो-तीन दिनों के अंदर ही 20 से 25 शिकायत मिली हैं। चुनौती यह भी है कि शिकायत के बाद भी रसूखदारों पर ट्रैफिक पुलिस कार्रवाई नहीं पाई है।

बिना बताए एजेंसियां कर रहीं रूट डायवर्ट

प्रशासन के सामने निर्माण एजेंसियां हावी हंै। शहर में कई प्रोजेक्ट चल रहे हैं। ट्रैफिक के रूट डायवर्जन को लेकर एजेंसियां खुद ही निर्णय ले रही हैं। इसका परिणाम यह है कि लोग घंटों ट्रैफिक की समस्या से जूझ रहे हैं। एमपी नगर से पास हालात ऐसे हैं कि सड़क पर गड्ढे कई फीट के लंबे चौड़े हो चुके हैं। इसके बाद भी पीडब्ल्यूडी, नगर निगम या फिर निर्माण एजेंसी ने सड़कों का मरम्मत नहीं कराया है। नजीता है कि वाहन सड़कों पर बने गड्ढ़ों में घुस या फिर फंस जाते हैं।

इन इलाकों में लंबा जाम

होशंगाबाद रोड

पारुल हास्पिटल तिराहा

एमपी नगर

बोर्ड आफिस तिराहा

प्रगति पेट्रोल पंप

पर्यावास भवन

कोर्ट के आस-पास

6 नंबर मार्केट

7 नंबर मार्केट

भोजपुर क्लब तिराहा

10 नंबर मार्केट

11 नंबर माार्केट

12 नंबर मार्केट

चूना भट्टी चौराहा

बावड़िया कलां ब्रिज

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