Budget 2021 : मायावती बोलीं- खोखले दावों से थक चुकी है जनता, अखिलेश ने भी साधा निशाना...

Budget 2021 : मायावती बोलीं- खोखले दावों से थक चुकी है जनता, अखिलेश ने भी साधा निशाना...
X
बसपा सुप्रीमो मायावती ने केंद्र के साथ-साथ प्रदेश की योगी सरकार को भी अपने वादे हकीकत में पूरे करने की समझाइश दी। वहीं सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने सवाल पूछा कि क्या इस बजट का लोगों को सही मायने में लाभ मिलेगा ?

केंद्र सरकार की ओर से पेश आम बजट 2021 को लेकर विपक्षी दलों ने निशाना साधा है। उत्तर प्रदेश के प्रमुख विपक्षी दल बहुजन समाज पार्टी (BSP) की सुप्रीमो मायावती ने जहां केंद्र सरकार के साथ-साथ प्रदेश की योगी सरकार को भी अपने वादे हकीकत में पूरे करने की समझाइश दे दी है, वहीं समाजवादी पार्टी (sp) के प्रमुख अखिलेश यादव ने सवाल उठाते हुए पूछा है कि क्या इस बजट का लोगों को सही मायने में लाभ मिलेगा या नहीं।

यूपी की मुख्यमंत्री रह चुकीं बसपा प्रमुख मायावती ने आम बजट पर दो ट्वीट किए। पहले ट्वीट में मायावती ने कहा, संसद में आज पेश केंद्र सरकार का बजट पहले मंदी व वर्तमान में कोरोना प्रकोप से पीड़ित देश की बिगड़ी अर्थव्यवस्था को संभालने तथा यहां की अति-गरीबी, बेरोजगारी व महंगाई आदि की राष्ट्रीय समस्या को क्या दूर कर पाएगा? इन्हीं आधार पर सरकार के कार्यकलापों व इस बजट को भी आंका जाएगा।

दूसरे ट्वीट में उन्होंने कहा, 'हमारे देश की करोड़ों गरीब, किसान व मेहनतकश जनता केंद्र तथा राज्य सरकारों के अनेकों प्रकार के लुभावने वायदे, खोखले दावे व आश्वासनों आदि से काफी थक चुकी है। उनका जीवन लगातार त्रस्त है। केंद्र तथा राज्य सरकार अपने वायदों को जमीनी हकीकत में लागू करे तो यह सभी के लिए बेहतर होगा।'

अखिलेश ने पूछा- क्या किसानों की आय दोगुनी होगी?

समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने कहा, 'इस बजट ने उन सभी प्रदर्शनकारी किसानों को क्या दिया। भाजपा हमेशा कहती थी कि वो सभी की आय दोगुनी करेगी। क्या इस बजट से किसानों की आय दोगुनी हो रही। हमारे युवा जो पढ़ाई करना चाहते हैं, उनके लिए काम, रोजगार के लिए इस बजट में क्या व्यवस्था की गई है। क्या इनको रोजगार मिलेगा।'

अखिलेश ने बजट पेश होने से पहले भी ट्वीट किया। इसमें उन्होंने लिखा, 'भाजपा सरकार से बस इतनी गुज़ारिश है कि वो इस बार बजट में देश की एकता, सामाजिक सौहार्द, किसान-मज़दूर के सम्मान, महिला-युवा के मान और अभिव्यक्ति की आज़ादी की पुनर्स्थापना के लिए भी कुछ प्रावधान करे क्योंकि भाजपा की विघटनकारी नीतियों से ये सब बहुत खंडित हुआ है। देशहित मे जारी!'


Tags

Next Story