UP Fight Against Corona : यूपी में कोविड के खिलाफ जंग में एमबीए डिग्री धारक भी बनेंगे सहयोगी, जानिये सीएम योगी का प्लान

उत्तर प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर पर प्रभावी ढंग से लड़ी जा रही जंग में एमबीए डिग्री धारक भी सहयोगी बनेंगे। योग्य एमबीए डिग्री धारकों को उन चिकित्सकों की जगह ड्यूटी पर लगाया जाएगा, जो कि प्रशासनिक और अन्य प्रबंधकीय कार्यों में लगे होने के कारण मरीजों का इलाज नहीं कर पाते। सीएम योगी ने इस बाबत आज टीम-9 की बैठक में आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सीएम योगी ने कहा कि चिकित्सकों से केवल चिकित्सकीय कार्य ही लिया जाए और उनसे इसके अलावा कोई भी अन्य कार्य नहीं कराया जाए। ऐसे चिकित्सक जो प्रशासनिक और प्रबंधकीय कार्यों में लगे हैं, उन्हें तुरंत इस जिम्मेदारी से मुक्त कराकर उनकी ड्यूटी मरीजों के इलाज के लिए लगाई जाए। उनके स्थान पर योग्य एमबीए डिग्री धारकों से प्रशासनिक और प्रबंधकीय कार्य कराए जाएं।
ढील के बावजूद सतर्कता बरतें
सीएम योगी ने कहा कि 600 से कम सक्रिय केसों वाले जिलों में कोरोना पाबंदियों में ढील दी गई है, लेकिन इसके बाद भी सतर्कता बरती जाए। अस्पतालों में ओपीडी, आईपीडी, सर्जरी सेवाएं शुरू की गई हैं, लेकिन घर पर इलाज मुमकिन न होने की स्थिति में ही मरीज अस्पताल में आएं। मरीज टेलीकन्सल्टेशन का उपयोग करें। सभी मेडिकल कॉलेजों, जिला स्तरीय अस्पतालों में टेलीकन्सल्टेशन की व्यवस्था को अधिक बेहतर किया जाए और ज्याद से ज्यादा संख्या में डॉक्टरों को इससे जोड़ा जाए ताकि लोगों को किसी प्रकार की समस्या न आए।
बुलंदशहर और बरेली में भी छूट
सीएम योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया कि बुलंदशहर और बरेली जनपद में कुल एक्टिव केस की संख्या 600 से कम हो गई है। ऐसे में सोमवार से इन दोनों जिलों को भी सप्ताह में पांच दिन सुबह सात बजे से शाम सात बजे तक कोरोना कर्फ्यू से छूट दी जाए। साप्ताहिक और रात्रिकालीन बन्दी सहित अन्य सभी संबंधित नियम इन जिलों में लागू रहेंगे।
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